अपने प्रकाशनों की गुणवत्ता को निरंतर सुधारें वैज्ञानिक : प्रोफेसर के.पी.सिंह

अपने प्रकाशनों की गुणवत्ता को निरंतर सुधारें वैज्ञानिक : प्रोफेसर के.पी.सिंह

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में अवेयरनेस एंड यूज ऑफ सेरा रिसोर्सेज थू्र  जे-गेट डिस्कवरी प्लेटफार्म पर एक दिवसीय वेबिनार आयोजित


हिसार :


चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में अवेयरनेस एंड यूज ऑफ सेरा रिसोर्सेज थू्र  जे-गेट डिस्कवरी प्लेटफार्म पर एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के.पी. सिंह मुख्यातिथि थे जबकि डायरेक्टरेट ऑफ नॉलेज मैनेजमेंट इन एग्रीकल्चर, दिल्ली के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. सतेंद्र कुमार विशिष्ट अतिथि थे। वेबिनार में देशभर के समस्त कृषि विश्वविद्यालय, केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, डीम्ड कृषि विश्वविद्यालय, भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् (आई.सी.ए.आर.) के समस्त संस्थानों के पुस्तकालयाध्यक्ष व कर्मचारियों तथा कृषि वैज्ञानिकों एवं शोधकर्ताओं ने बढ़-चढक़र भाग लिया। वेबिनार का आयोजन कृषि ज्ञान प्रबंधन निदेशालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् एवं इन्फार्मेटिक्स पब्लिशिंग प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से किया गया था। वेबिनार का आयोजन कंसोर्टियम ऑफ इ-रिसोर्सेज इन एग्रीकल्चर (सेरा) जे-गेट के माध्यम से प्रदत सूचना स्त्रोतों के बारे में अवगत कराने एवं उनके उपयोग को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु राष्ट्रीय स्तर पर किया गया था।
वेबिनार को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्यातिथि व विश्वविद्यालय के कुलपति  प्रोफेसर के.पी. सिंह ने कहा सभी कृषि वैज्ञानिकों को अपने प्रकाशनों की गुणवता को निरंतर सुधारना चाहिए। इसके लिए वैज्ञानिकों को तकनीकी लेखन, रेफेरेंस मैनेजमेंट, एंटी प्लागिअरिज्म सॉफ्टवेयर इत्यादि टूल्स का उपयोग सीखकर अपने प्रकाशनों को उच्च कोटि की वैज्ञानिक पत्रिकाओं में प्रकाशित करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कृषि संस्थानों में कार्यरत पुस्तकालय अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि वे कृषि वैज्ञानिकों को उच्च कोटि के प्रकाशन प्रकाशित करने का प्रशिक्षण प्रदान करें। उन्होंने नेहरु पुस्तकालय द्वारा कोविड महामारी के समय अपने पाठकों को निरंतर अपनी सूचना सेवाएं प्रदान करने पर भी बधाई दी।

कार्यक्रम में आमंत्रित विशिष्ट अतिथि डॉ. सतेंद्र कुमार सिंह ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि ज्ञान सबसे बड़ी शक्ति और हमें ज्ञान के स्त्रोतों का उपयोग करना चाहिए तभी कृषि क्षेत्र अनुसंधान में अग्रणी रह पाएगा। वेबिनार के आयोजन सचिव श्री सुनील कुमार जोशी, कृषि ज्ञान प्रबंधन निदेशालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् दिल्ली ने वेबिनार के प्रारंभ में सभी का औपचारिक स्वागत किया। उन्होंने बताया कि सेरा भारत के समस्त कृषि विश्वविद्यालय, आई.सी.ए.आर. संस्थानों को 3000 से ज्यादा फुल-टेक्स्ट वैज्ञानिक पत्रिकाओं (जर्नल) का एक्सेस प्रदान करता है तथा यह सुविधा कोविड-19 महामारी के काल में, जबकि समस्त विश्वविद्यालय एवं संस्थान बंद है, उस समय भी सेरा रिमोट लॅगिन के द्वारा भारत के समस्त कृषि वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों को प्रदान कर रहा है। इसलिए सभी पाठक इन्टरनेट के माध्यम से इस सुविधा का उपयोग घर बैठे अपने मोबाइल पर या लैपटॉप इत्यादि पर प्राप्त कर रहे हैं। इसके उपरांत नेहरू पुस्तकालय के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. बलवान सिंह ने भी सभी का औपचारिक स्वागत किया।  इसके बाद इन्फॉर्मेटिक्स पब्लिशिंग लिमिटेड, दिल्ली से वेबिनार में शामिल वक्ताओं श्री संजय ग्रोवर, सी. ई. ओ. और श्री देवेंदर कुमार ठाकुर, राष्ट्रीय सेल्स मैनेजर ने सेरा द्वारा प्रदत एवं जे-गेट के प्लेटफार्म के माध्यम से उपलब्ध स्त्रोतों के उपयोग पर प्रशिक्षण प्रदान किया एवं जे-गेट प्लेटफार्म में समाहित की गई नई विशेषताओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। प्रतिभागियों को प्रशिक्षण के पश्चात प्रश्नोत्तर कार्यक्रम भी रखा गया जिसमें प्रतिभागियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और उनके प्रश्नों के उत्तर दिए गए। वेबिनार के अंत में वेबिनार के आयोजन सचिव डॉ. राजीव कुमार पटेरिया, प्रोफेसर , नेहरु लाइब्रेरी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन सहायक सचिव डॉ. सीमा परमार ने किया। इस अवसर पर सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष एवं इस कार्यक्रम के सहायक सचिव डॉ. भानु प्रताप एवं डॉ. राजिंद्र कुमार भी उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन : वेबिनार में शामिल प्रतिभागियों को संबोधित करते चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के.पी.सिंह।

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