---- प्रबुद्धजन सम्मेलन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया संबोधित
----प्रबुद्धजन सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओ के 18 लाभार्थियों को सौंपी चाबी/चैक
----मेरठ बन चुका है खेल सामग्री बनाने का हब: योगी आदित्य नाथ
----डबल इंजन की सरकार मेरठ एवं पश्चिमी उ0प्र0 के विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कर रही कार्य-श्री योगी आदित्य नाथ
----मेरठ के हस्तशिल्पी और कारीगरो ने मेरठ को स्पोर्टस सिटी के रूप में किया विकसित- मुख्यमंत्री
उ0प्र0 की कानून व्यवस्था दे रही सुरक्षा का बेहतर माहौल- मुख्यमंत्री
विकास के कार्यों को तीव्रता के साथ बढा रही है डबल इंजन की सरकार- मुख्यमंत्री
मेरठ भी स्मार्ट सिटी के रूप में हो रहा है विकसित- योगी आदित्यनाथ
हर गरीब को शासन की योजनाओ से जोडने के लिए चलायी जा रही विभिन्न प्रकार की कल्याणकारी योजनाएं- मुख्यमंत्री
मेरठ । संवाददाता
आज भामाशाह पार्क (विक्टोरिया पार्क) में आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा रू0 517 करोड की 376 विकास परियोजनाएं जिसमें 185 परियोजनाओ का शिलान्यास तथा 191 परियोजनाओ का लोकार्पण बटन दबाकर किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओ जिसमें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत 03, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजनान्तर्गत 02, एक जिला एक उत्पाद वित्त पोषण योजनान्तर्गत 03, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजनान्तर्गत 05 तथा प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत 05, कुल 18 लाभार्थियों को सांकेतिक रूप से चैक/चाबी वितरित की गयी। विद्यालयो के छात्र-छात्राओ द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गये। इस अवसर पर उद्योग पर आधारित लघु फिल्म ‘‘विकास के पथ पर बढ़ता उत्तर प्रदेश’’ दिखायी गयी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मां गंगा और मां यमुना का आशीर्वाद इस पावन धरा पर सदैव बरसता है और बाबा औघडनाथ की कृपा के साथ ही मेरठ जनपद ने एक नई पहचान बनायी है। उन्होने कहा कि मेरठ भूमि की अपनी एक पौराणिक पहचान है। आज से पांच हजार वर्ष पूर्व मेरठ के हस्तिनापुर में ही भारत का इतिहास रचा गया। यह एक ऐतिहासिक भूमि है, पौराणिक भूमि है, भारत के इतिहास को लिखने वाली भूमि है और आजादी की लडाई के दौरान भारत के इतिहास को बनाने वाली भूमि है, स्वतंत्र भारत में अपने स्किल के माध्यम से एक नई पहचान दिलाने वाली धरती भी है। उद्यम एवं रोजगार के संबंध मे मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरठ हस्तशिल्पि और कारीगरो के प्रयास से मेरठ स्पोर्टस सिटी के रूप में विकसित हुआ है। आज दुनिया के अंदर कोई भी खेल हो, खेल सामग्री कहीं मिलती है और उसका कहीं निर्माण होता है तो वह मेरठ में बडे स्तर पर होता है तथा मेरठ खेल एवं खेल सामग्री का हब बन चुका है। उन्होने कहा कि मेरठ की इन्हीं विशेषताओ को ध्यान में रखकर डबल इंजन की सरकार लगातार मेरठ एवं पश्चिमी उ0प्र0 के विकास के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरठ आज विकास की जिस नई दौड के साथ आगे बढ रहा है दुनिया की आधुनिकतम सुविधाएं मेरठ और उसके आसपास के क्षेत्र को आसानी से प्राप्त हो रही है। उन्होने कहा कि सरकार के प्रयासो से दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे बन कर तैयार हुआ जिसके माध्यम से मात्र 45 मिनट में मेरठ से दिल्ली पहुंचा जा सकता है। उन्होने कहा कि जब दिल्ली की दूरी कम हो गयी है तो प्रदेश की राजधानी की दूरी भी मेरठ से कम होनी चाहिए इसके लिए गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से ही बनाया जा रहा है जो मात्र 4.5 घंटे के अंदर मेरठ से लखनऊ की दूरी को पूरा कर देंगा, जिसका युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है, यह देश का सबसे बडा एक्सप्रेसवे होगा। देश की पहली रैपिड रेल भी दिल्ली मेरठ के बीच में बन रही है। उन्होने कहा कि अच्छे लोगो को चुनेंगे तो अच्छे परिणाम आयेंगे। अच्छी सरकारे आती है तो अपने साथ विकास भी लेकर आती है। आज मेरठ की पहचान अत्याधुनिक विकास, स्किल डवलेपमेंट प्रदेश के पहले स्पोर्टस यूनिवर्सिटी के रूप में होने जा रही है और वन डिस्ट्रिट वन प्रोडक्ट में, स्पोर्टस आईटम के लिए मेरठ को चिन्हित करके उसको प्रमोट करने के लिए जो कार्यक्रम आगे बढे है उन सबके लिए कार्यवाही की जा रही है।
उन्होने कहा कि आज उ0प्र0 सरकार की कानून व्यवस्था, सुरक्षा का एक बेहतर माहौल दे रही है। निवेश और रोजगार की पहली शर्त होती है सुरक्षा, जिसे डबल इंजन की सरकार ने करके दिखाया है। विकास के कार्यों को तीव्रता के साथ आगे बढाने के साथ-साथ बुनियादी सुविधाओ में बेहतर प्रगति सरकार के प्रयासो से की जा रही है। उन्होने कहा कि मेरठ भी अब स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित हो रहा है। प्रदेश सरकार स्मार्ट सिटी में आईटीएमएस को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के रूप में विकसित कर रही है। उन्होने कहा कि निवेश की जो महत्वपूर्ण शर्तें अच्छा इन्फ्रास्ट्रकचर, अच्छी कनेक्टिविटी, सुरक्षा का बेहतर वातावरण होती है, उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर गरीब को शासन की योजनाओ से जोडने के लिए विभिन्न प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही है तथा हर जनकल्याणकारी योजनाओ का लाभ प्रत्येक नागरिक को बिना भेदभाव के दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि हर घर नल योजना ग्रामीण क्षेत्र में ही नहीं शहरी क्षेत्रो में भी साकार हो रही है। यहां के शिक्षाविदो, उद्यमियो ने मेरठ को एजुकेशनल हब के रूप में बनाने की कार्यवाही को आगे बढाया है। राज्य सरकार, केन्द्र सरकार के साथ मिलकर वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कालेज की कार्यवाही को आगे बढा चुकी है। वर्ष 1947 से वर्ष 2017 तक मात्र 12 मेडिकल कालेज खुल पाये थे, पिछले पाचं वर्षों में 35 नये मेडिकल कालेज केन्द्र व प्रदेश सरकार मिलकर बना रही है। उन्होने कहा कि हमारा प्रयास है कि अगले वर्ष तक हर जनपद में एक मेडिकल कालेज की स्थापना करें।
इस अवसर पर राज्यमंत्री जलशक्ति उ0प्र0 दिनेश खटीक, सांसद मेरठ-हापुड राजेन्द्र अग्रवाल, राज्यसभा संासद लक्ष्मीकांत बाजपेयी, राज्यसभा संासद विजय पाल सिंह तोमर, जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी, विधायक मेरठ कैंट अमित अग्रवाल, सदस्य विधान परिषद डा0 सरोजिनी अग्रवाल, सदस्य विधान परिषद श्रीचंद शर्मा, सदस्य विधान परिषद धर्मेंद्र भारद्वाज, आयुक्त मेरठ मंडल सेल्वा कुमारी जे0, आई0जी0 प्रवीण कुमार, एडीजी राजीव सब्बरवाल, जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, सीडीओ शशांक चौधरी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, अधिकारीगण एवं प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।