मेरठ : जीजीआईसी में पंखराइज फाउंडेशन ने आयोजित की संगोष्ठी

 


 

मेरठ। संवाददाता

राजकीय कन्या इंटर कॉलेज हापुड़ रोड मेरठ में पंखराइज फाउंडेशन द्वारा द गर्ल पावर प्रोजेक्ट का दूसरा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें विद्यालय की कक्षा नौ से 12 की लगभग 100 छात्राओं एवं बालिकाओं की माताओं ने भी भाग लिया। 



कार्यक्रम की विशेषता यह थी कि आज के सत्र की विशिष्ट अतिथि बालिकाओं की माताएं थीं। कार्यक्रम की शुरुआत वेलकम नोट से हुई। जहां पंखराइज फाउंडेशन के मिशन और विजन को सभी के साथ साझा किया गया। पंखराइज फॉउंडेशन की निदेशक पंखुड़ी सहगल जो कई वर्षो से विकासशील देशो में ग्लोबल संस्थाओं के साथ सशक्तिकरण कार्यक्रम चला रही हैं, ने बताया की संस्था युवाओं और खासकर लड़कियों को अपने पंखों की ताकत को पहचानने में सक्षम बनाने का कार्य करती हैं।



कार्यक्रम में समाज के एक बेहतर भविष्य के लिए, लड़कियों में निवेश करने की आवश्यकता के बारे में बात की गई। द गर्ल पावर प्रोजेक्ट एक व्यापक कार्यक्रम है, जिसके अंतर्गत छात्राओं को लिंग आधारित भेदभाव और हिंसा से लड़ने के लिए कौशल विकास, सामाजिक जागरूकता, मानव अधिकार, नेतृत्व कौशल और अन्य ज्ञानपूर्वक विषय साझा किए जाते हैं। यह कार्यक्रम पहले वर्ष के लिए तीन चरणों में आयोजित किया जाता है। यह लड़कियों का समर्थन करने के लिए समर्पित है, जहां लड़कियों को लगभग दो वर्ष तक एक पाठ्यक्रम में साधन एवं सहायता प्रदान की जाती है। 



कार्यक्रम की शुरुआत कार्यवाहक प्रधानाचार्या डॉ. गीता सिरोही को पौधे से सम्मानित किया गया। कार्यवाहक प्रधानाचार्या ने अपने स्टाफ और पंखराइज फाउंडेशन की टीम के साथ कार्यक्रम के अतिथियों एवं छात्रों की माताओं का स्वागत किया। पंखराइज फॉउंडेशन की निदेशक पंखुड़ी सहगल ने बताया की कार्यक्रम की सफलता बालिकाओं के परिवार की भागीदारी पर भी निर्भर करती है। एक लड़की के सपनों को पूरा करने में अभिभावक अहम भूमिका निभाते हैं। लड़कियों को इस कार्यक्रम के माध्यम से स्किल्स दिए जाएंगे लेकिन माताओं के लिए यह जानना जरूरी है कि ये स्किल्स क्यों जरूरी हैं।



महिला सशक्तिकरण के महत्व पर सूचनात्मक वीडियो भी दर्शकों के साथ साझा की गई। वीडियो में उठाये मुद्दों की चर्चा के दौरान कई महिलाएं अपनी चुनौतियों के बारे में बात करने के लिए आगे आईं। दर्शकों में इस स्कूल से शिक्षा प्राप्त कर चुकी छात्रा ने भी बताया कि कैसे उसने अपने जीवन में कई संघर्षों के बावजूद उसने अपनी शिक्षा पूरी करना सुनिश्चित किया और बालिका शक्ति परियोजना जैसा कार्यक्रम कितना फायदेमंद है। ऐसे में जब एक युवा लड़की इस उम्र में अपने जीवन के अहम पड़ाव से गुजर रही होती हैं। एक महिला ने अपनी खुशी साझा की, कि यह उसके लिए एक बड़ा दिन है कि एक अनपढ़ व्यक्ति होने के बावजूद, उसे स्कूल में कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया और उसमें भाग लेने और अपनी राय साझा करने के लिए कहा गया। कार्यवाहक प्रधानाचार्या ने छात्राओं को प्रेरित किया और पंखराइज फाउंडेशन को बालिका सशक्तिकरण की दिशा में उनके साथ साझेदारी के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का समापन प्रतिज्ञा पत्र पर सभी अभिभावकों के हस्ताक्षर समारोह के साथ हुआ।

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