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| लायन अभिमन्यु गुप्ता |
बागपत । संवाददाता
विश्व नेत्रदान दिवस के अवसर पर लायंस नेत्र केंद्र अग्रवाल मंडी टटीरी में नेत्रदान पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें सुप्रसिद्ध दृष्टि दूत लॉयन अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की सभी स्त्री, पुरुषों को मृत्यु उपरांत नेत्रदान का संकल्प लेना चाहिए।
मृत्यु उपरांत नेत्रदान से दो व्यक्तियों को रोशनी मिल जाती है। मृत्यु के बाद भी हमारी आंखें इस दुनिया को देखने के लिए जीवित रहती है। मनुष्य की आंख में कॉर्निया होता है जिसके क्षतिग्रस्त होने से दिखाई देना बंद हो जाता है इसलिए नेत्रदान में कॉर्निया लेकर दो व्यक्तियों को प्रत्यारोपित कर दिया जाता है।
लॉयन डॉक्टर कमला अग्रवाल नेकहा कि किसी भी आयु के व्यक्ति का मृत्यु के 6 से 8 घंटे के अंदर नेत्रदान हो सकता है नेत्रदान लेने के लिए निकटवर्ती नेत्र बैंक की टीम निशुल्क सेवा प्रदान करती है।
शव कहीं भी रखा हो नेत्र बैंक की टीम वही से नेत्रदान ले जाएगी । लायंस क्लब के सचिव पंकज गुप्ता ने कहा नेत्रदान के लिए नेत्र दाता का 10ml रक्त भी लिया जाता है जिसकी लैबोरेट्री में जांच की जाती है। हमारे निकटवर्ती सुभारती आई हॉस्पिटल मेरठ एवं लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज मेरठ में नेत्रदान लेने की सुविधा है। नेत्रदान लेने के बाद दो व्यक्तियों को 1/1 नेत्र प्रत्यारोपित कर दिया जाता है ।
