मेरठ। संवाददाता
शहर से देहात तक आई फ्लू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। लोग इससे बचाव के लिए काले चश्मों की प्रयोग कर रहे है। दूसरी ओर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने एक एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने कहा कि आई फ्लू का संक्रमण अमनून एक हफ्ते से दस दिन के अन्दर ठीक हो जाता है। आंखों का संक्रमण है या आंखों में जलन हो रही है, तो सिकाई करने से राहत मिलेगी। इससे आंखों के आसपास होने वाली सूजन कम होती है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ड़ॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि बरसात और बाढ की बजह से देश के कई राज्यों में स्थिति बिगड़ी हुई है। बरसात के मौसम में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है एवं कई गम्भीर प्रकार की बीमारियां फैलने लगती है। बरसात के मौसम में आखों से जुड़ी परेशानी भी बढ़ जाती है।
बताया कि बारिस के पानी से नहाने या फिर लंबे समय तक पसीने में काम करने से आखों का संक्रमण हो जाता है, जिसे आई फ्लू, पिक आई या कंजक्टिवाइटिस के नाम से जाना जाता है। जिसमें आखों के सफेद हिस्से में संक्रमण हो जाता है। बरसात में फंगल, वायरल एवं बैक्टीरियल इन्फैक्शन सहित हवा में प्रदूषण वातावरण में नमी जैसी समस्याऐं उत्पन्न होती है। जिसकी वजह से आंखों से जुड़ी परेशानियों होनी लगती है।
उन्होने बताया कि आई फ्लू या पिक आई एक संक्रामक बीमारी है, जो संक्रमित व्यक्ति के साथ हाथ मिलाने एवं पीड़ित व्यक्ति के कपड़े इत्यादि प्रयोग करने से दूसरे व्यक्ति को हो सकती है। आंखों के संक्रमण के कारण लोगों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने सलाह दी कि इस मौसम में आंखों में दर्द, आखों में सूजन, जलन, खुजली की समस्या हो तो इस हल्के में न ले। यह आई फ्लू के लक्षण हो सकते है। लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल में चिकित्सक से संपर्क करें।
क्या करें :
- हाथों को नियमित अन्तराल पर साबुन से धोए
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें
- आंखों में जलन एवं लाल होने पर स्वच्छ पानी से धोएं
- आंखों पर काला चश्मा लगायें
- आंखों को साफ करने के लिये साफ सूती कपड़े का प्रयोग करें।
क्या न करें:
- संक्रमिक व्यक्ति से हाथ न मिलायें
- संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग किये गये वस्त्र एवं अन्य वस्तुओं को प्रयोग न करें
- आंखों को गन्दे हाथों से न छुएं, आंखों को खुजलाये नहीं
- टीवी एवं मोबाइल देखने से बचें, स्वीमिंग पूल के प्रयोग से बचें
- अपनी निजी वस्तुएं तौलिया, तकिया मेकप का सामान आदि संक्रमित व्यक्ति से साझा न करें