मेरठ । संवाददाता
जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर डॉ स्वामी उमाकांतानंद महाराज ने कहा कि जीवन में वही पुत्र बड़भागी हैं जो अपनी मां और पिता के काम आते हैं और अभिभावकों के वचन के अनुरागी होते है।
उन्होंने कहा कि जो पुत्र सृष्टि में दुर्लभ मां की आज्ञा का पालन करते हैं वह परिवार के सिरमौर बनते हैं। कथावाचक गुरुवार को बागपत रॉड स्थित मिलेनियम पब्लिक स्कूल में संगीतमय श्रीराम कथा के पांचवे दिन प्रवचन कर रहे थे।
उन्होंने कथा को आगे बढ़ाते हुए भक्तों को बताया कि आज की पीढ़ी में नैतिकता और व्यावहारिकता न के बराबर है। दूसरी और आकाक्षाएं अति की हैं। समाज की सारी समस्याओं का कारण भी यही है। युवाओं में इसी भटकाव के कारण परिवार में विघटन, समाज में अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। यदि नैतिकता व व्यावहारिकता का संचार किया जाए तो युवा भटकेंगे नहीं। युवाओं को तकनीकी ज्ञान तो दिया जा रहा है, लेकिन व्यावहारिक ज्ञान नहीं। उन्हें जीवन दर्शन का पाठ नहीं पढ़ाया जा रहा। यही कारण है कि युवा गलत रास्ते पर जा रहा है।
राम कथा के पांचवे दिन कथा सुनने पहुँचे आई आई एम टी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता ,पूर्व विधायक महेश चंद्र शर्मा उनकी धर्म पत्नी सरोज शर्मा ,नव्या शर्मा, नायरा शर्मा ,शिवन्या शर्मा ,मंथन अग्रवाल ,कुशाग्र गर्ग आदि का अंकित मदन शर्मा ने स्वागत किया ।