अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस: डीजीपी हरियाणा मनोज यादव ने नशामुक्त समाज का किया आह्वान
- नशा सप्लाई नेटवर्क को तोडने की रणनीतियां रही कारगर
- 2019 से मई 2020 तक 25640 किलोग्राम मादक पदार्थ किया जब्त
- पुलिस चला रही जागरूकता अभियान
- नशे के खात्में के लिए आमजन भी करे सहयोग
हरियाणा पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), मनोज यादव ने नशा मुक्त और स्वस्थ समाज को समय की जरूरत बताते हुए कहा कि हरियाणा पुलिस द्वारा प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी पर निरंतर लगाम लगाते हुए इसे जड़ से मिटाने के लिए अथक प्रयास किया जा रहा है।
आज यहां अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस (इंटरनेशनल डे अगेंस्ट ड्रग एब्यूज एंड इलिसिट ट्रैफिकिंग) के उपलक्ष्य में जारी एक संदेश में डीजीपी ने बताया कि लोगों को नशे से मुक्त कराने तथा इसकी अवैध तस्करी और इससे जुड़े खतरों के बारे में लोगों को अवगत व जागरूक करवाने के उद्देश्य हर वर्ष 26 जून को यह दिवस मनाया जाता है।
डीजीपी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज की पहल पर नशे के खिलाफ जंग में खुफिया और सूचना के बेहतर आदान-प्रदान के लिए देश के उत्तरी राज्य एक मंच पर आए ताकि इसे जड़ से मिटाया जा सके। राज्य सरकार ने मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ सक्रिय मुहिम द्वारा हरियाणा को पूरी तरह से नशा मुक्त राज्य बनाने का लक्ष्य भी निर्धारित किया है।
डीजीपी ने बताया कि सरकार की प्रतिबद्धता और आमजन के सक्रिय समर्थन से पुलिस ने अंतरराज्यीय नशा कारोबारियों द्वारा राज्य में नशीले पदार्थों की भारी खेप लाने के लगभग सभी प्रयासों को नाकाम करते हुए जनवरी 2019 से फरवरी 2020 के बीच 144.799 किलोग्राम अफीम, 183.495 किलोग्राम चरस/सुल्फा, 14355 किलो चूरा/डोडा पोस्त, 17.72 किलोग्राम स्मैक, 7064 किलोग्राम गांजा और 21.861 किलोग्राम हेरोइन सहित कुल 21,787 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किया है। इसी अवधि में, पुलिस टीमों ने प्रतिबंधित दवाओं की श्रेणी में आने वाली करीब 18 लाख नशीली दवाएं भी जब्त की हैं। इसके अतिरिक्त, 23 मार्च से 31 मई तक चले लॉकडाउन 4.0 में 3,853 किलोग्राम ड्रग्स भी बरामद की गई है।
- नशा सप्लाई नेटवर्क को तोडने की रणनीतियां रही कारगर
- 2019 से मई 2020 तक 25640 किलोग्राम मादक पदार्थ किया जब्त
- पुलिस चला रही जागरूकता अभियान
- नशे के खात्में के लिए आमजन भी करे सहयोग
आज यहां अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस (इंटरनेशनल डे अगेंस्ट ड्रग एब्यूज एंड इलिसिट ट्रैफिकिंग) के उपलक्ष्य में जारी एक संदेश में डीजीपी ने बताया कि लोगों को नशे से मुक्त कराने तथा इसकी अवैध तस्करी और इससे जुड़े खतरों के बारे में लोगों को अवगत व जागरूक करवाने के उद्देश्य हर वर्ष 26 जून को यह दिवस मनाया जाता है।
डीजीपी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज की पहल पर नशे के खिलाफ जंग में खुफिया और सूचना के बेहतर आदान-प्रदान के लिए देश के उत्तरी राज्य एक मंच पर आए ताकि इसे जड़ से मिटाया जा सके। राज्य सरकार ने मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ सक्रिय मुहिम द्वारा हरियाणा को पूरी तरह से नशा मुक्त राज्य बनाने का लक्ष्य भी निर्धारित किया है।
डीजीपी ने बताया कि सरकार की प्रतिबद्धता और आमजन के सक्रिय समर्थन से पुलिस ने अंतरराज्यीय नशा कारोबारियों द्वारा राज्य में नशीले पदार्थों की भारी खेप लाने के लगभग सभी प्रयासों को नाकाम करते हुए जनवरी 2019 से फरवरी 2020 के बीच 144.799 किलोग्राम अफीम, 183.495 किलोग्राम चरस/सुल्फा, 14355 किलो चूरा/डोडा पोस्त, 17.72 किलोग्राम स्मैक, 7064 किलोग्राम गांजा और 21.861 किलोग्राम हेरोइन सहित कुल 21,787 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किया है। इसी अवधि में, पुलिस टीमों ने प्रतिबंधित दवाओं की श्रेणी में आने वाली करीब 18 लाख नशीली दवाएं भी जब्त की हैं। इसके अतिरिक्त, 23 मार्च से 31 मई तक चले लॉकडाउन 4.0 में 3,853 किलोग्राम ड्रग्स भी बरामद की गई है।