मेरठ । संवाददाता
शाही ईदगाह में ईद की नमाज़ से पूर्व पहली मर्तबा क़ारी शफीकुर्रहमान क़ासमी के बेटे काज़ी हस्सान क़ासमी काज़ी शरीयत दारुल क़ज़ा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मेरठ ने ख़िताब किया।
काज़ी हस्सान क़ासमी ने कहा कि दुनिया में हज़ारों प्राणी व प्रजातियां हैं, लेकिन अल्लाह ने जो इंसान को इज़्ज़त बख्शी और सब पर अहमियत दी वह सिर्फ एजुकेशन की बुनियाद पर दी है। अगर एजुकेशन नहीं है तो फिर हम में और जानवरों में कोई फर्क़ नहीं है। इसलिए शिक्षा का बहुत महत्व है उसके बग़ैर जीवन कुछ नहीं है।
इस्लाम धर्म में एजुकेशन फ़र्ज़ (अनिवार्य) है इसके बावजूद मुसलमान एजुकेशन की लाइन में सब से पीछे हैं। मेरी मुसलमानों से अपील है कि अपने ख़र्चे कम कर लें, भूखे रह लें लेकिन अपने बच्चों को शिक्षा ज़रूर दें।
मौलाना क़ारी शफीक़ुर्हमान क़ासमी ने अपने ख़िताब में फरमाया कि अल्लाह ने इस दुनिया में इंसान को फरिश्तों पर जो महत्व दिया वह सिर्फ व सिर्फ तालीम की बुनियाद पर दिया। इस लिए हमें शिक्षा की सख्त ज़रूरत है। इसी के साथ साथ अपने अख़लाक़ और बर्ताव अच्छा करो। आज फिरकापरस्त ताकतें माहौल ख़राब करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन हमें होश से काम लेना है। अपने जज़्बात काबु रख कर ग़लत लोगों के मंसूबों को नाकाम बनाना है और देश की अखंडता और एकता का हिस्सेदार बनना है।