अतीक ख़ान ने वेंटिलेटर से वापस आकर कोरोना को दी मात
छुट्टी के दौरान पहुंचे स्टेट कोविड नोडल अधिकारी जनपद मेरठ डा. पी.पी. सिंह ने मरीज अतीक ख़ान को शुभकामनाएं देते हुए सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डा.कृष्णा मूर्ति के नेतृत्व में कार्य कर रही डाक्टारों की टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया, साथ ही सुभारती अस्पताल के द्वारा कोरोना आपदा के बीच मानवता के संरक्षण हेतु किये जा रहे उत्कर्ष कार्यो की सराहना की।
सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डा. कृष्णा मूर्ति ने बताया कि कोविड-19 से पीड़ित अतीक ख़ान को दिनांक 05.06.2020 को गंभीर हालात में भर्ती कराया गया एवं डाक्टरों ने भर्ती होते ही मरीज की संपूर्ण जांच की, जिसमें मरीज की शुगर बहुत अधिक बढ़ी हुई आई साथ ही निमोनिया का संक्रमण भी अधिक फैला हुआ मिला, जिस कारण मरीज के फेफड़ों से खून एवं मवाद निकल रहा था। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की स्थिति में मरीज को ह्नदय घात होने से मौत का खतरा भी बना रहता है लेकिन डॉ. ईमा चौधरी छाती एवं फेफड़ा रोग विशेषज्ञ, डॉ. अभिषेक चिकित्सक, डा.उमर नौशाद क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ एवं डा. अंशुल शल्य चिकित्सक ने मरीज के पास 24 घंटे उपलब्ध रहकर उनका ईलाज किया। उन्होंने बताया कि फेफड़ों में खून एवं मवाद के रिसाव से मरीज को सांस लेने में दिक्कत होने लगी जिसमें सर्वप्रथम मरीज को वेंटिलेटर पर लिया गया लेकिन अधिक खून एवं मवाद के रिसाव होने से वेंटी ट्यूब बार बार ब्लाक होने लगी, जिसपर 24 घंटे डाक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ की उपलब्धता से मरीज की हर मिनट की स्थिति पर पैनी नजर रखी गई जिसमें मुख्य भूमिका विश्वस्तरीय आधुनिक तकनीक से युक्त वेंटिलेटर की रही जिसकी सहायता से मरीज गंभीर स्थिति में होने के बावजूद सांस लेता रहा एवं डाक्टरों की टीम के अनुभव व उनकी कड़ी मेहनत से मरीज वेंटिलेटर से वापस आकर अब बिल्कुल ठीक हो गया है। उन्होंने बताया कि मरीज 12 दिनों तक वेंटिलेटर पर रहा जो कि सुभारती अस्पताल ने इतने दिनों तक वेंटिलेटर पर बने हुए मरीज का अपना पूर्व का रिकार्ड तोड़ा है। इस दौरान 6 बार वेंटी ट्यूब बदली गई और हर मिनट निगरानी रख कर तमाम समस्याओं का निवारण किया गया। उन्होंने बताया कि सुभारती अस्पताल मेरठ सहित आस पास के क्षेत्र में सबसे आधुनिक तकनीक प्रयोग करने वाला अस्पताल है जिसमें सेवा भाव के साथ अनुभवी डाक्टर मरीजों का इलाज करते है। उन्होंने अतीक ख़ान के वेंटिलेटर से वापस आकर कोरोना संक्रमण को हराने पर मंगलकामनाएं देते हुए कहा कि ईश्वर की कृपा एवं डाक्टरों की मेहनत से यह संभव हो पाया है कि मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अपने घर सकुशल लौट रहा है, जो सुभारती अस्पताल एवं समस्त डाक्टर व नर्सिंग स्टाफ के लिये गौरवान्वित क्षण है। उन्होंने कहा कि सुभारती अस्पताल चिकित्सीय सुविधाओं को सर्वसुलभ बनाने के उद्देश्य से मरीजों की सेवा करने हेतु प्रतिबद्ध है साथ ही कोरोना आपदा को रोकने के लिये अपने निजी प्रयासों से देश के साथ हर समय खड़ा है ताकि समाज के अंतिम व्यक्ति तक चिकित्सीय सुविधा पहुंच सकें। उन्होंने मरीज के परिजनों से विशेष अपील करते हुए कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नही है बल्कि सतर्कता के साथ सावधानी बरतते हुए इसको हराया जा सकता है जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का प्रयोग एवं अनावश्यक बाहर न निकला कोरोना की रोकथाम के महत्वपूर्ण उपाएं है।
विदित हो कि सुभारती मेडिकल कॉलिज से सम्बद्ध छत्रपति शिवाजी सुभारती अस्पताल एक एल-3 स्तर का कोविड अस्पताल है। इस अस्पताल में जहाँ एक ओर कोविड के रोगियों का इलाज होता है वहीं ऐसे व्यक्तियों जिन पर कोविड से संक्रमण का संदेह हो, उन्हें क्वारनटाईन भी किया जाता है। अब तक सैकड़ों रोगियों का इलाज हो चुका है तथा सैकड़ों व्यक्तियों को क्वारनटाईन की सुविधा प्रदान की जा चुकी है और अब से कुछ दिन पूर्व सुभारती अस्पताल ने मेरठ के रजिस्ट्रार कानूनगो श्री स्नेह तिवारी जिन्हें कोविड के साथ गम्भीर मधुमेह का अनियंत्रित रोग था और वे भी अनेकों दिन वेंटिलेटर पर रहे थे उनकी भी सुभारती अस्पताल के अनुभवी डाक्टरों ने जान बचाई थी।
घंटाघर निवासी मरीज अतीक खान के पिता फत्तू खान ने बताया कि उनका बेटा अतीक मोहकमपुर में रहता है जो इसी माह 5 जून को कोरोना संक्रमित होने पर सुभारती अस्पताल में गंभीर स्थिति में भर्ती हुआ। उन्होंने कहा कि उनके बेटे को सुभारती अस्पताल ने नया जीवन दिया है जिसके लिये वह जीवन भर अस्पताल को धन्यवाद करेंगे साथ ही खुदा ने उनकी दुआ को कबूल कर लिया है।
अतीक ख़ान के छोटे भाई आमिर ने कहा कि जिस समय उनके भाई को कोरोना की पुष्टि के बाद सुभारती अस्पताल में भर्ती कराया गया था वह बहुत डरे हुए थे लेकिन सुभारती अस्पताल के डाक्टरों की मेहनत पर उन्हें पूरा विश्वास था और वह खुदा से यही दुआ कर रहे थे कि खुदा डाक्टरों को इतनी शक्ति प्रदान करें कि वह उनके भाई की जान बचा सकें।
अतीक खान के दूसरे भाई अमजद खान ने कहा कि सुभारती अस्पताल के डाक्टरों ने अपनी जान पर खेल कर उनके भाई को जीवनदान दिया है जिसके लिये वह हमेशा सुभारती अस्पताल के शुक्रगुजार रहेंगे।
इस मौके पर स्टेट कोविड नोडल अधिकारी जनपद मेरठ डा.पी.पी.सिंह, सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डा. कृष्णा मूर्ति, डॉ. ईमा चौधरी छाती एवं फेफड़ा रोग विशेषज्ञ, डॉ. अभिषेक चिकित्सक, डा.उमर नौशाद क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ एवं डा. अंशुल शल्य चिकित्सक की विशेष भूमिका रही।
मेरठ। ताहिर अहमद
छत्रपति शिवाजी सुभारती अस्पताल ने एक बार फिर कीर्तिमान रचते हुए मेरठ शहर के मोहकमपुर निवासी कोरोना संक्रमित 37 वर्षीय अतीक ख़ान को जीवनदान दिया है। गंभीर हालात में दिनांक 05.06.2020 को भर्ती हुए अतीक ख़ान वेंटिलेटर पर चले गये थे जिसमें 24 घंटे डाक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ की निगरानी में पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अपने घर लौट गये।
छुट्टी के दौरान पहुंचे स्टेट कोविड नोडल अधिकारी जनपद मेरठ डा. पी.पी. सिंह ने मरीज अतीक ख़ान को शुभकामनाएं देते हुए सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डा.कृष्णा मूर्ति के नेतृत्व में कार्य कर रही डाक्टारों की टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया, साथ ही सुभारती अस्पताल के द्वारा कोरोना आपदा के बीच मानवता के संरक्षण हेतु किये जा रहे उत्कर्ष कार्यो की सराहना की।
सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डा. कृष्णा मूर्ति ने बताया कि कोविड-19 से पीड़ित अतीक ख़ान को दिनांक 05.06.2020 को गंभीर हालात में भर्ती कराया गया एवं डाक्टरों ने भर्ती होते ही मरीज की संपूर्ण जांच की, जिसमें मरीज की शुगर बहुत अधिक बढ़ी हुई आई साथ ही निमोनिया का संक्रमण भी अधिक फैला हुआ मिला, जिस कारण मरीज के फेफड़ों से खून एवं मवाद निकल रहा था। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की स्थिति में मरीज को ह्नदय घात होने से मौत का खतरा भी बना रहता है लेकिन डॉ. ईमा चौधरी छाती एवं फेफड़ा रोग विशेषज्ञ, डॉ. अभिषेक चिकित्सक, डा.उमर नौशाद क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ एवं डा. अंशुल शल्य चिकित्सक ने मरीज के पास 24 घंटे उपलब्ध रहकर उनका ईलाज किया। उन्होंने बताया कि फेफड़ों में खून एवं मवाद के रिसाव से मरीज को सांस लेने में दिक्कत होने लगी जिसमें सर्वप्रथम मरीज को वेंटिलेटर पर लिया गया लेकिन अधिक खून एवं मवाद के रिसाव होने से वेंटी ट्यूब बार बार ब्लाक होने लगी, जिसपर 24 घंटे डाक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ की उपलब्धता से मरीज की हर मिनट की स्थिति पर पैनी नजर रखी गई जिसमें मुख्य भूमिका विश्वस्तरीय आधुनिक तकनीक से युक्त वेंटिलेटर की रही जिसकी सहायता से मरीज गंभीर स्थिति में होने के बावजूद सांस लेता रहा एवं डाक्टरों की टीम के अनुभव व उनकी कड़ी मेहनत से मरीज वेंटिलेटर से वापस आकर अब बिल्कुल ठीक हो गया है। उन्होंने बताया कि मरीज 12 दिनों तक वेंटिलेटर पर रहा जो कि सुभारती अस्पताल ने इतने दिनों तक वेंटिलेटर पर बने हुए मरीज का अपना पूर्व का रिकार्ड तोड़ा है। इस दौरान 6 बार वेंटी ट्यूब बदली गई और हर मिनट निगरानी रख कर तमाम समस्याओं का निवारण किया गया। उन्होंने बताया कि सुभारती अस्पताल मेरठ सहित आस पास के क्षेत्र में सबसे आधुनिक तकनीक प्रयोग करने वाला अस्पताल है जिसमें सेवा भाव के साथ अनुभवी डाक्टर मरीजों का इलाज करते है। उन्होंने अतीक ख़ान के वेंटिलेटर से वापस आकर कोरोना संक्रमण को हराने पर मंगलकामनाएं देते हुए कहा कि ईश्वर की कृपा एवं डाक्टरों की मेहनत से यह संभव हो पाया है कि मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अपने घर सकुशल लौट रहा है, जो सुभारती अस्पताल एवं समस्त डाक्टर व नर्सिंग स्टाफ के लिये गौरवान्वित क्षण है। उन्होंने कहा कि सुभारती अस्पताल चिकित्सीय सुविधाओं को सर्वसुलभ बनाने के उद्देश्य से मरीजों की सेवा करने हेतु प्रतिबद्ध है साथ ही कोरोना आपदा को रोकने के लिये अपने निजी प्रयासों से देश के साथ हर समय खड़ा है ताकि समाज के अंतिम व्यक्ति तक चिकित्सीय सुविधा पहुंच सकें। उन्होंने मरीज के परिजनों से विशेष अपील करते हुए कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नही है बल्कि सतर्कता के साथ सावधानी बरतते हुए इसको हराया जा सकता है जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का प्रयोग एवं अनावश्यक बाहर न निकला कोरोना की रोकथाम के महत्वपूर्ण उपाएं है।
विदित हो कि सुभारती मेडिकल कॉलिज से सम्बद्ध छत्रपति शिवाजी सुभारती अस्पताल एक एल-3 स्तर का कोविड अस्पताल है। इस अस्पताल में जहाँ एक ओर कोविड के रोगियों का इलाज होता है वहीं ऐसे व्यक्तियों जिन पर कोविड से संक्रमण का संदेह हो, उन्हें क्वारनटाईन भी किया जाता है। अब तक सैकड़ों रोगियों का इलाज हो चुका है तथा सैकड़ों व्यक्तियों को क्वारनटाईन की सुविधा प्रदान की जा चुकी है और अब से कुछ दिन पूर्व सुभारती अस्पताल ने मेरठ के रजिस्ट्रार कानूनगो श्री स्नेह तिवारी जिन्हें कोविड के साथ गम्भीर मधुमेह का अनियंत्रित रोग था और वे भी अनेकों दिन वेंटिलेटर पर रहे थे उनकी भी सुभारती अस्पताल के अनुभवी डाक्टरों ने जान बचाई थी।
घंटाघर निवासी मरीज अतीक खान के पिता फत्तू खान ने बताया कि उनका बेटा अतीक मोहकमपुर में रहता है जो इसी माह 5 जून को कोरोना संक्रमित होने पर सुभारती अस्पताल में गंभीर स्थिति में भर्ती हुआ। उन्होंने कहा कि उनके बेटे को सुभारती अस्पताल ने नया जीवन दिया है जिसके लिये वह जीवन भर अस्पताल को धन्यवाद करेंगे साथ ही खुदा ने उनकी दुआ को कबूल कर लिया है।
अतीक ख़ान के छोटे भाई आमिर ने कहा कि जिस समय उनके भाई को कोरोना की पुष्टि के बाद सुभारती अस्पताल में भर्ती कराया गया था वह बहुत डरे हुए थे लेकिन सुभारती अस्पताल के डाक्टरों की मेहनत पर उन्हें पूरा विश्वास था और वह खुदा से यही दुआ कर रहे थे कि खुदा डाक्टरों को इतनी शक्ति प्रदान करें कि वह उनके भाई की जान बचा सकें।
अतीक खान के दूसरे भाई अमजद खान ने कहा कि सुभारती अस्पताल के डाक्टरों ने अपनी जान पर खेल कर उनके भाई को जीवनदान दिया है जिसके लिये वह हमेशा सुभारती अस्पताल के शुक्रगुजार रहेंगे।
इस मौके पर स्टेट कोविड नोडल अधिकारी जनपद मेरठ डा.पी.पी.सिंह, सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डा. कृष्णा मूर्ति, डॉ. ईमा चौधरी छाती एवं फेफड़ा रोग विशेषज्ञ, डॉ. अभिषेक चिकित्सक, डा.उमर नौशाद क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ एवं डा. अंशुल शल्य चिकित्सक की विशेष भूमिका रही।