मेरठ। संवाददाता
स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर अभी आरक्षण को लेकर प्रशासन और शासन स्तर पर मंथन चल रहा है। नगर निगर, नगर पंचायत और नगर पालिका में वार्डों के आरक्षण की स्थिति लगभग साफ होती नजर आ रही है, लेकिन अभी मेयर और चेयरमैन पदों के लिए शासन स्तर से आरक्षण जारी होने पर नजर लगी है।
मेरठ में नगर निगम चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज होने लगी। सभी दलों में प्रत्याशियों के संभावित नामों को लेकर चर्चाएं शुरू होने लगी। पंजाबी समाज के अलावा संयुक्त व्यापार संघ निर्वाचित पदाधिकारियों से भी से भी मेयर और पार्षद पदों पर प्रतिनिधित्व देने की मांग उठा दी। ऐसे में बसपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, सपा रालोद, एआईएमआईएम समेत तमाम दलों ने लोकसभा चुनाव-2024 से पहले निकाय चुनाव पर फोकस कर लिया। निकाय चुनाव को राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल मानकर चल रहे है।
मेरठ नगर निगम के मेयर पद के लिए संभावित प्रत्याशी के तौर पर अब नया नाम बसपा नेता पंडित प्रवीन वशिष्ठ का नाम भी तेजी से चर्चाओं में है। वह ब्राह्मण समाज से है और उनकी समाज में अच्छी पैठ है। गढ़ रोड स्थित हनी गोल्फ ग्रीन आवासीय कॉलोनी के अध्यक्ष है और शहर के विभिन्न वर्गों के साथ ही समाज सेवा के कार्यों में अग्रणी रहते है। विधानसभा चुनाव में भी उन्हें ब्राह्मण सम्मेलन किया था, जिसमें बसपा के वरिष्ठ नेता आए थे और भारी भीड़ सम्मेलन में जुटी थी। दूसरी ओर, ब्राह्मण समाज में चर्चाएं जोर पकड़ने लगी है कि इस बार समाज के नेता को टिकट देकर मेयर पद का चुनाव लड़ाया जाए। माना जा रहा है कि यदि मेरठ नगर निगम का मेयर पद सामान्य श्रेणी में आता है तो पंडित प्रवीन वशिष्ठ चुनाव में दांव लगा सकते है, लेकिन इसमें कहा जा रहा है कि वह पार्टी हाईकमान के आदेशों का ही पालन करते हुए चुनाव में जाएंगे।
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