मेरठ। संवाददाता
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ज्वैलरी टेक्नोलॉजी वेदव्यासपुरी में ज्वेलरी डिजाइनिंग, कलर जेम स्टोन ग्रेडिंग, डायमंड ग्रेडिंग आदि के डिग्री कोर्स चालू होने की उम्मीद जगी है। गुरुवार को सांसद राजेंद्र अग्रवाल, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति संगीता शुक्ला, वरिष्ठ प्रोफेसर वाई विमला ने इंस्टीट्यूट का निरीक्षण किया और इंस्टीट्यूट कमेटी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें निर्णय लिया कि मेरठ के ज्वेलरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए ज्वेलरी डिजाइनिंग, कलर जेम स्टोन ग्रेडिंग, डायमंड ग्रेडिंग आदि के डिग्री कोर्स चालू करेंगे।
सांसद राजेंद्र अग्रवाल, सीसीएसयू वीसी संगीता शुक्ला ने मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के संरक्षक रवि प्रकाश अग्रवाल, अध्यक्ष प्रदीप कुमार अग्रवाल, महामंत्री विजयआनन्द अग्रवाल, उपाध्यक्ष आकाश प्रकाश मांगलिक, अशोक रस्तोगी, दीपक रस्तोगी, प्रचुर सिंहल, सांसद प्रतिनिधि हर्ष गोयल के साथ बातचीत की। उन्होंने इंस्टीट्यूट का निरीक्षण किया। इंस्टीट्यूट की लैब, क्लासरूम, मशीनरी और इंफ्रास्ट्रक्चर, डायमंड ग्रेडिंग टूल्स, माइक्रोस्कोप का निरीक्षण किया।
वीसी संगीता शुक्ला ने सांसद राजेंद्र अग्रवाल की मौजूदगी में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ज्वैलरी टेक्नोलॉजी के प्रबंध तंत्र को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही मेरठ के ज्वेलरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए ज्वेलरी डिजाइनिंग, कलर जेम स्टोन ग्रेडिंग, डायमंड ग्रेडिंग आदि के डिग्री कोर्स चालू करेंगे। जिसके लिए नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ज्वैलरी टेक्नोलॉजी के साथ संयुक्त रूप से एक एमओयू साइन किया जाएगा। संभवतः आगामी जुलाई माह से डिग्री कोर्स आरंभ किए जाएंगे। सर्राफा व्यापारियों ने कहा कि इससे मेरठ के आभूषण निर्माण व्यवसाय को एक नई दिशा मिलेगी। इस इंस्टीट्यूट में पढ़ने वाले छात्रों को रोजगार की गारंटी रहेगी एवं उनकी कुशलता की मांग पूरे भारतवर्ष में रहेगी।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मिलकर मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने इंस्टीट्यूट ऑफ ज्वैलरी टेक्नोलॉजी के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के साथ एफिलिएशन के संबंध में वार्ता की थी। इसके बाद राज्यपाल ने वीसी को निर्देश दिए थे। सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा की मेरठ की ज्वेलरी इंडस्ट्री के लिए एनआईजेटी मील का पत्थर साबित होगा। यहां से जो छात्र शिक्षा ग्रहण करेंगे। यह पूरे भारतवर्ष में मेरठ का नाम रोशन करेंगे।