मेरठ : किसानों, बुनकरों की बिजली समस्याओं को लेकर ऊर्जा भवन पर डेरा

 


मेरठ । संवाददाता

स्मार्ट मीटरों से परेशान उपभोक्ताओं की दिक्कतों, किसानों के टयूबवैलों की बिजली फ्री नहीं होने तथा बुनकरों की बिजली फ्लैट रेट योजना को समाप्त कर लागू की गई नई योजना को संशोधित कर लागू किए जाने की मांग को लेकर मंगलवार को बुनकरों, किसानों और सपाईयों का आक्रोश फूट गया। विधायक अतुल प्रधान ने किसानों, बुनकरों की समस्याओं को लेकर ऊर्जा भवन पर डेरा डाल लिया और अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहीं, शहर और देहात से बुनकरों ने अपनी मांगों को लेकर नौचंदी मैदान से जुलूस निकालकर ऊर्जा भवन पर प्रदर्शन कर धरना दिया। भीड़ के मद्देनजर ऊर्जा भवन पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी। दूसरी ओर, धरनारत लोगों ने ऊर्जा भवन परिसर में ही भोजन तैयार किया। 



पूर्व में की गई घोषणा के मुताबिक सरधना सपा विधायक अतुल प्रधान किसानों, बुनकरों और सपाइयों के साथ दोपहर में नारेबाजी करते हुए ऊर्जा भवन पहुंचे। यहां पर प्रदर्शन के बाद धरने पर बैठ गए। धरनास्थल सभा में तब्दील हो गया। इसमें सपा विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि बिजली उपभोक्ता सर्वाधिक परेशान है। उपभोक्ता हित के लिए शासन स्तर से लेकर जिला मुख्यालय स्तर तक तमाम दावें किए जाते है। घोषणाएं की जाती है, लेकिन सब कुछ कागजी साबित हो रहा है। किसानों के टयूबवैलों की फ्री बिजली की घोषणा की थी, कई महीने बीत जाने के बाद भी शासनादेश जारी नहीं किया गया। बकाए पर किसानों के कनेक्शन काटे जा रहे है।




स्मार्ट मीटरों से उपभोक्ता परेशान है। मीटर तेज चल रहे है। खराब हो रहे है। इन सबका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। बुनकर भी परेशान है। वह पूर्व में चल रही फ्लैट रेट योजना को खत्म कर लागू की गई नई योजना को लेकर संशोधन करने की मांग कर रहे है, लेकिन बुनकरों की कोई सुनवाई नहीं हो रही। कहा कि कई बार किसानों, बुनकरों और खासतौर पर स्मार्ट मीटर से परेशान उपभोक्ताओं की दिक्कतों को विधानसभा उठाया, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा। 




धरना-प्रदर्शन में रहे शामिल : सपा महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी, अनुज जावला, विजय राठी, विजयपाल कश्यप, कामिल, प्रदीप गुर्जर, दिनेश समेत सैकड़ों किसान, सपाई और बुनकर धरना-प्रदर्शन में शामिल रहे।

ऊर्जा भवन परिसर में किया भोजन, धरने पर डटे : सपाईयों, किसानों और बुनकरों ने ऊर्जा भवन परिसर में ही तैयार किए गए भोजन का सेवन किया। दोपहर और शाम को धरनारत लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई। धरना-प्रदर्शनकारियों ने भोजन किया और फिर जाकर धरने पर डट गए।




लंबे समय बाद हुआ ऊर्जा भवन पर आंदोलनकारियों का रतजगा

लंबे समय के बाद ऊर्जा भवन पर बिजली मुद्दों को लेकर लोगों का रात में धरना चला। इससे पहले भाकियू ने यहां डेरा डाला था, जो कई दिनों चल चला था। सपा विधायक अतुल प्रधान मंगलवार रात में भी खुले आसमान के नीचे टैंट में किसानों, बुनकरों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बिजली समस्याओं को लेकर रात में भी सर्दी के मौसम में डटे रहे। एडीएम सिटी एवं सिटी मजिस्ट्रेट ने धरनास्थल पर पहुंचकर विधायक अतुल प्रधान से वार्ता भी की, लेकिन वार्ता विफल हो गई। धरनारत लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों को वापस लौटा दिया। ऊर्जा भवन मुख्यालय पर एमडी से लेकर अन्य अफसर, निदेशक, मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता भी नहीं थे। वह लखनऊ बैठक में गए हुए है। इसके चलते पावर कारपोरेशन अधिकारी धरनास्थल पर नहीं आ सके। विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि चाहे जितना लंबा आंदोलन चलाना पड़े, इसके लिए तैयार है। जरूरत पड़ी तो तालाबंदी और आंदोलन तेज करने से भी कदम पीछे नहीं हटाएंगे। आज पीवीवीएनएल अफसर लखनऊ मीटिंग से लौटेंगे। इसके बाद ही आंदोलनकारियों और अफसरों के बीच वार्ता होगी। जिसमें कोई नतीजा निकलने के बाद धरना-प्रदर्शन खत्म होगा।


बुनकरों की बिगड़ी आर्थिक स्थिति, हजारों ने छोड़ा परंपरागत कारोबार : 

नौचंदी नाव वाले द्वार पर शहर के सैकड़ों बुनकर एकत्रित हुए और अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए ऊर्जा भवन के लिए कूच किया। इनका नेतृत्व न्यू विवर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष बुंदू खान अंसारी, अरशद मक्की ने किया। ऊर्जा भवन पर बुनकर धरना देकर बैठ गए। कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होगी, वह आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे। बुनकरों का कहना है कि पावरलूम बुनकरों के पुराने फ्लैट रेट योजना समाप्त करने से इस बुनकर उद्योग पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। 2006 से जो फ्लैट रेट पावरलूम योजना चल रही थी, सरकार ने बिल्कुल उसके विपरीत यह पावरलूम फ्लैट रेट योजना लागू की गई है। जिससे बुनकर अपने परिवार का पालन पोषण नहीं कर पा रहा है। छह तक गुना बढ़ोतरी होने के कारण बुनकरों की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो चुकी है। पिछले कुछ महीनो में ही हजारों बुनकर परिवार अपना परंपरागत कारोबार को छोड़ चुके हैं। मांग की है कि इस योजना को संशोधित करते हुए बुनकरों के हितकारी बनाकर लागू किया जाए।


सपा विधायक अतुल प्रधान ने उठाई मांगे

- स्मार्ट मीटरों से परेशान उपभोक्ताओं की समस्याएं निस्तारित हो। तेज चल रहे मीटरों के जरिए उपभोक्ताओं को उत्पीड़न से बचाया जाए, मीटर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई हो, उपभोक्ताओं से हो रही अधिक वसूली का समायोजन कराया जाए

- किसानों के निजी नलकूपों की बिजली को प्रदेश सरकार ने फ्री किए जाने की घोषणा की, लेकिन अभी इसे लागू नहीं किया, सरकार जल्द से जल्द शासनादेश जारी कर किसानों को घोषणा का लाभ दें

- बुनकरों के लिए लागू की गई योजना में बुनकरों की समस्याओं को देखते हुए संशोधित किया जाए और फिर लागू करें

- ओटीएस योजना में कई खामियां है, इसे भी संशोधित करते हुए नए सिरे से लागू किया जाए


बिजली विभाग द्वारा बुनकरों और किसानों का सर्वाधिक उत्पीड़न किया जा रहा है। फ्लैट रेट बढ़ा दिए। बकाया धनराशि को लेकर किसानों के नलकूप कनेक्शन काटे जा रहे है। स्मार्ट मीटर की व्यवस्था अत्यन्त खराब एवं आमजन के साथ छलावा है। ओटीएस प्रणाली में सुधार की आवश्यकता है। जब तक मांगे पूरी नहीं होगी आंदोलन जारी रखेंगे। लखनऊ-दिल्ली में किसानों, बुनकरों एवं आमजनों की आवाज को बुलंद किया जाएगा।

अतुल प्रधान, विधायक सरधना


पुरानी फ्लैट रेट योजना समाप्त होने से बुनकरों की रोजी-रोटी पर संकट आ गया है। नई लागू की गई योजना में संशोधन की जरूरत है। विभिन्न स्तरों पर बुनकरों को आश्वासन मिल रहे हैं, लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं हो रही। इसलिए बुनकरों को आंदोलन आत्मक कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

बुंदू खां अंसारी, अध्यक्ष न्यू विवर्स वेलफेयर एसोसिएशन

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