मेरठ : संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के 348 भाई बहनों ने किया रक्तदान





मेरठ । संवाददाता

संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन मेरठ के तत्वाधान में बुधवार को मानव एकता दिवस पर, दामोदर कॉलोनी गढ़ रोड, मेरठ पर स्थित सन्त निरंकारी सत्संग भवन पर प्रातः 09 बजे से दोपहर 2 बजे तक 28 वॉ स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया । जिसमें जिला चिकित्सालय मेरठ की ब्लड बैंक टीम ने 348 यूनिट रक्त संकलित किया । यह रक्त किसी विशेष व्यक्ति के लिए नहीं अपितु मानव कल्याण के लिए अर्जित किया गया है लगभग 432 भाई-बहनों ने रक्तदान हेतु अपना रजिस्ट्रेशन कराया और 348 भाई-बहनों ने रक्तदान किया ।



इस विशाल रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं के लिए अल्प आहार एवं पेयजल की भी उचित व्यवस्था की गई थी और साथ ही साथ मानव मूल्यों पर आधारित मिशन की शिक्षाओं और प्रेरणाओं को समस्त साध संगत के बीच साझा किया गया । संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा 1986 से अब तक इन कैंपों के अंतर्गत 13,31,906  यूनिट रक्त संकलित किया जा चुका है ।

युगप्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह की स्मृति में उनकी शिक्षाओं से निरंतर प्रेरणा लेते हुए संत निरंकारी मिशन द्वारा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मानव एकता दिवस के अवसर पर संपूर्ण विश्व में रक्तदान शिविरों का आयोजन मानव एकता दिवस पर देशभर में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया । मिशन के भक्तों के लिए रक्तदान, पहले से ही जनकल्याण की सेवा भाव में एक अभिन्न अंग रहा है। युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह के कथन 'रक्त नालियों में नहीं, नाड़ियों में बहे' इस सन्देश को मिशन के अनुयायियों ने निश्चित रूप में चरितार्थ किया है और जिसे वर्तमान में सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज के निर्देशानुसार निरंतर आगे बढ़ाया जा रहा है। 



सत्संग की अध्यक्षता कर रहे दिल्ली मुख्यालय से आए विवेक मौजी ने अपने विचारों में फरमाया कि यह रक्तदान, न हिंदू ,न सिख- ईसाई, न हम मुसलमान हैं, मानवता है धर्म हमारा, हम केवल इंसान है, की भावना रखने वाले अनुयायियों ने दिया है। सत्संग का संचालन डॉक्टर सत्येंद्र ने किया। अपनी बारी में बहन रीना ने भजन गया कि ""हर सांस में हो सिमरन तेरा-  यूं बीत जाए जीवन मेरा।।

मीडिया प्रबंधक ब्रहमपाल सिंह ने बताया कि रक्तदान शिविर के आयोजन को सफल बनाने में मेरठ जोन के जोनल इंचार्ज कुंवरपाल सिंह, जिला चिकित्सालय मेरठ ब्लड बैंक के अध्यक्ष डॉक्टर कोशिंदर एवं उनकी टीम संयोजक संजय कुमार, सेवादल संचालक-भरत उज्जवल, शिक्षक-जोगिंदर सिंह, सहायक संचालिका कुलदीप कौर, डोली एवं सेवादल के नौजवान भाई बहनों तथा समस्त साध संगत का संपूर्ण योगदान रहा ।

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