नई दिल्ली।
अधिकांश दिल्लीवासियों की शिकायत रहती है कि दिल्ली में अक्सर जाम लगा रहता है। जनता को इससे काफी परेशानी भी होती है। इसलिए लोगो को अब इस जाम से राहत दिलाने के लिए सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है । वाहन चालकों के अनुसार 10 मिनट की दूरी को तय करने के लिए कभी-कभी 30 मिनट तो कभी-कभी एक-एक घंटा जाम से जुझुना पड़ता हैं।
आपको बता दें कि यातायात विभाग लगातार इस जाम से कारगर तरीके से निपटने के लिए काम कर रहा है। इसी प्रकिया में मथुरा रोड को सिग्नल फ्री किए जाने की कवायद पर काम तेजी से हो रहा है। इससे कई रेड लाइट खत्म होंगे और लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी। इस प्रोजेक्ट के पूरा होते ही दिल्ली के लाखों लोगों को इसका फायदा होगा।
तेज काम करने के लिए लोक निर्माण विभाग तैयार कर रहा मजबूत रणनीति
मथुरा रोड को सिग्नल फ्री किए जाने की परियोजना पर काम में तेजी लाने के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) रणनीति तैयार कर रहा है। इसके लिए मुख्य रूप से श्रमिकों की संख्या बढ़ाए जाने की तैयारी हो रही है। लॉकडाउन के दौरान जो श्रमिक गांव चले गए थे, उन्हें वापस लाया जा रहा है। इसके अलावा इसी कंपनी के तहत प्रगति मैदान सुरंग सड़क और भैरों मार्ग-रिंग रोड अंडरपास के निर्माण स्थल पर काम कर रहे कुछ श्रमिकों को भी इस परियोजना पर लगाया जा रहा है। इस परियोजना पर अभी तक 60 फीसद काम पूरा हो चुका है। विभाग का मकसद है कि कम से कम समय में इस परियोजना पर काम जल्द से जल्द पूरा कर दे। विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगले सप्ताह तक इस परियोजना पर श्रमिकों की संख्या काफी बढ़ जाएगी। इस कार्य को पांच से छह माह में पूरा कर लेने का लक्ष्य है।
कौन-कौन सी रेड लाइट होगी खत्म
1.भगवान दास रोड लालबत्ती
2.पुराना किला रोड लालबत्ती
3.भैरो मार्ग लालबत्ती
4.दिल्ली हाईकोर्ट वाली शेरशाह सूरी रोड लालबत्ती
5.चिड़ियाघर के सामने काका नगर लालबत्ती
6.सुंदर नगर लालबत्ती
क्या है योजना इस परियोजना के तहत
आइटीओ डब्ल्यू प्वाइंट से निजामुद्दीन तक करीब 3 किलोमीटर एरिया को सिग्नल फ्री किया जाना है। अभी इस रोड पर इस क्षेत्र में छह लाल बत्तियां पड़ती हैं, जिसके चलते लोगों का कई बार आधे घंटे से भी अधिक समय जाम में फंस कर बर्बाद होता है। इस योजना पर 1 साल से अधिक समय से काम चल रहा है।
इस कारण प्रोजेक्ट हुआ डिले
शुरुआत में विभिन्न एजेंसियों की सर्विसेज को स्थानांतरित किए जाने से काम प्रभावित हुआ। उसके बाद सर्दियों में प्रदूषण के चलते लगभग 40 दिन तक काम बंद रहा। फरवरी में काम ने तेजी पकड़ी थी कि 25 मार्च से लगे लॉकडाउन के चलते काम ठप हो गया। अब अनुमति मिलने के बाद दोबारा से इस योजना पर काम शुरू हुआ है। तमाम श्रमिक अपने गांव जा चुके हैं, जो उपलब्ध हैं उन्हीं के माध्यम से काम शुरू कराया गया है।
लालबत्तियां और इनके लिए क्या है योजना
भगवान दास रोड लालबत्ती, पुराना किला रोड लालबत्ती, भैरो मार्ग लालबत्ती, दिल्ली हाईकोर्ट वाली शेरशाह सूरी रोड लालबत्ती, चिड़ियाघर के सामने काका नगर लालबत्ती व सुंदर नगर लालबत्ती शामिल हैं। इन लालबत्तियों को हटाया जाना है। इन्हें हटाने के लिए लालबत्तियों वाले स्थान के आसपास चार भूमिगत यू-टर्न बनाए जा रहे हैं। मथुरा रोड को क्रास कर एक तरफ से दूसरी तरफ जाने वाले वाहन चालक इन भूमिगत यू-टर्न का उपयोग करेंगे। इससे मथुरा रोड पर आइटीओ से निजामुद्दीन की ओर जाने वाले वाहन चालक बगैर रोकटोक आ जा सकेंगे, जिससे इस मार्ग की लालबत्तियों पर व्यस्त समय में कुल मिलाकर 25 मिनट से लेकर 30 मिनट का लगने वाला समय 8 से 10 मिनट का रह जाएगा।