लखनऊ. यूपी में अभी-अभी एक चुनाव खत्म हुआ है। दूसरे चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। चौकिए मत। यह सही खबर है। इस चुनाव के जरिए विधानसभा चुनाव में हार चुके डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, हिंदूवादी नेता संगीत सोम और चर्चित नेता सुरेश राणा जैसे करीब 11 मंत्री फिर से विधायक बनाने की तैयारी है। यह सब संभव हो सकेगा उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनाव के जरिए। यूपी में 36 एमएलसी की सीटें खाली हैं। इसके लिए चुनाव होना है।
भाजपा के सूत्रों का कहना है कि बीजेपी विधानसभा चुनाव में हारे हुए अपने प्रमुख नेता और मंत्रियों को मौका दे सकती है। इसमें केशव प्रसाद मौर्य, सुरेश राणा, संगीत सोम, सतीश द्विवेदी, उपेंद्र तिवारी जैसे कई नाम शामिल हैं। इन्हें एमएलसी बनाकर एक बार फिर नई सरकार में शामिल किया जा सकता है।
विधान परिषद के चुनावों को विधानसभा चुनाव के साथ ही कराने का पहले फैसला किया गया था। चुनाव आयोग ने इसके लिए समय सारिणी भी घोषित कर दी थी। लेकिन बाद में 4 फरवरी को इस संबंध में जारी अधिसूचना को रद्द कर दिया गया। अब विधानसभा चुनाव होने के बाद 15 मार्च को चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। पहले दो चरणों में चुनाव होना था। अब इसे एक चरण में ही कराने का फैसला लिया गया है।दिसंबर 2020 में विधान परिषद शिक्षक एवं स्नातक बोर्ड की 11 सीटों पर चुनाव से पहले सदन में एसपी के 52 और बीजेपी के केवल 19 सदस्य थे। जनवरी 2021 में 12 पदों के चुनाव में बीजेपी को दस सीटें और एसपी को सिर्फ दो सीटें मिली। वर्तमान में भाजपा के सदस्यों की संख्या 36 है जबकि 48 सदस्यों के साथ वह सबसे शक्तिशाली है।