----एम्बुलेंस सेवा की परिजनों ने की तारीफ, जच्चा-बच्चा दोनों हैं स्वस्थ
बागपत। उत्तर प्रदेश में संचालित 102 एम्बुलेंस में मंगलवार को एक बार फिर दो नवजात बच्चो की किलकारी गूंज उठी।
एम्बुलेंस प्रभारी राजन कुमार ने बताया है कि मंगलवार को काजल (28 वर्ष) पत्नी रवि निवासी ग्राम मंगतपुर बरसात बड़ौत और बब्ली (30वर्ष) पत्नी विकास निवासी ग्राम पालड़ी बिनोली के द्वारा प्रसव पीड़ा होने पर सरकारी एम्बुलेंस 102 बुलाई गई थी।
एम्बुलेंस स्टाफ को जैसे सूचना मिली तो वे तत्काल प्रभाव से एम्बुलेंस को लेकर मरीज के घर पहुँचे । मरीज को अस्तपताल ले जाते समय प्रसवपीड़ा अधिक होने पर दोनों एम्बुलेंस स्टाफ ने अपनी सूझबूझ से एम्बुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराया ।
एम्बुलेंस में प्रसव कराने में (ईएमटी) पवन और रूपचंद्र दोनो ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया ।
वही दोनो पायलट विजय कुमार और मोहम्मद शहज़ाद ने अपने कर्त्तव्य को पूरा निभाते हुए सही समय से पहुँच कर मरीज़ को एम्बुलेंस में शिफ्ट कराया ।
परिजनों और आशा ने सुरक्षित प्रसव कराने के लिए सरकारी एम्बुलेंस सेवा और एम्बुलेंस कर्मचारियों की सराहना की।
एम्बुलेंस के प्रोग्राम मैनेजर राजेश रंजन ने बताया कि 102 सेवा पूरी तरह से निःशुल्क है। 102 एम्बुलेंस गर्भवती महिलाओं व 2 साल तक के बच्चों को घर से सरकारी अस्पताल ले जाती है और वापस घर भी छोड़ती है। आकस्मिक स्थिति के लिए एम्बुलेंस में डिलीवरी किट उपलब्ध रहती है और एम्बुलेंस स्टाफ इसके लिए प्रशिक्षित हैं। इसलिए डिलीवरी के मामले में सभी 102 एम्बुलेंस का प्रयोग करना चाहिए। वहीं, 108 एम्बुलेंस सेवा से किसी भी प्रकार की इमरजेंसी में सरकारी अस्पताल जाने के लिए एम्बुलेंस की मदद ली जा सकती है। यह सेवा भी नि:शुल्क है।