मेरठ। वरिष्ठ संवाददाता
संयुक्त संघर्ष समिति उतर प्रदेश के आह्वान पर चल रहे आंदोलन के तहत रविवार को बिजली कर्मचारियों एवं पदाधिकारियों ने शहर, कैंट और सरधना विधायकों को ज्ञापन सौंपा। साथ ही मांगों को पूरा कराने के लिए मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री से वार्ता कर हस्तक्षेप की मांग की। दूसरी ओर, कर्मचारी नेता दिलमणि थपलियाल ने प्रधानमंत्री दफ्तर, मुख्यमंत्री तथा अन्ना हजारे को भी टवीट भी किए।
बिजली कर्मचारी नेता दिलमणि थपलियाल ने बताया कि जिले की अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से निर्वाचित विधायकों को कर्मचारियों ने अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपे। शहर विधायक रफीक अंसारी, सरधना विधायक माननीय अतुल प्रधान, कैंट विधायक अमित अग्रवाल के बेटे वरुण अग्रवाल को ज्ञापन देकर हस्तक्षेप कर मांदों के समाधान सार्थक पहल करने का अनुरोध किया गया।
बिजली कर्मचारी संगठन के नेताओं एवं पदाधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएं उनके हित में की थी लेकिन पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने उन्हें लागू नहीं किया। पावर कारपोरेशन प्रबंधन लगातार बिजली अफसरों और कर्मचारियों का उत्पीड़न कर रहा है तथा मनमानी रवैया से वह परेशान है।
बिजली कर्मचारी नेता दिलमणि थपलियाल ने बताया कि 29 नवंबर से पूरे प्रदेश में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे। साथ ही 29 नवंबर को ही शाम को मशाल जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। दूसरी ओर, कर्मचारी नेता दिलमणि थपलियाल ने मांगों को लेकर प्रधानमंत्री दफ्तर, मुख्यमंत्री तथा अन्ना हजारे को टवीट किए। कहा कि सरकारी कर्मचारियों के लिए सबसे अहम और बेहद जरूरी पुरानी पेंशन की बहाली है। प्रधानमंत्री से मांग की है कि इसकी गंभीरता को समझें और उसे लागू करें।