मेरठ। संवाददाता
बुधवार को भी मेरठ कॉलेज के छात्रावासों को खुलवाने की मांग को लेकर छात्रों का आंदोलन जारी रहा भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों ने चेतावनी दी कि जब तक छात्रावासों को खोला नहीं जाएगा तब तक आंदोलन जारी रखेंगे।
आंदोलनरत छात्रों ने कहा कि मेरठ कॉलिज मेरठ में 6 छात्रावास हुआ करते थे। जिनमें दूर दराज व ग्रामीण क्षेत्र से आने वालो छात्र-छात्राएँ पढ़ाई किया करते थे। जिनको महाविद्यालय प्रशासन ने बंद कर दिया था। अभी बीएनएम व सरस्वती छात्रावास सुचारू रूप से चालू थे, उन्हें भी महाविद्यालय प्रशासन ने बंद कर दिया है। जिससे दूर-दराज व ग्रामीण परिवेश से आने वाले छात्र-छात्राओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जिसको लेकर सभी छात्र पिछले 2 महीने से लगातार धरने-प्रदर्शन कर रहे है, लेकिन महाविद्यालय प्रशासन ने इस और कोई ध्यान नहीं देने की ठानी हुई है व छात्रों को अभी तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया है, जिससे सभी छात्र-छात्राएं काफी आहत है।
इसी निर्णय से आहत होकर मेरठ कालेज मेरठ के छात्र गौरव बरार भूख हड़ताल पर बैठ गया है। जिसकी समस्त जिम्मेदारी कालेज प्रशासन की होगी। गौरव बरार जब तक भूख हड़ताल पर रहेगा, जब तक आप छात्रहित में हास्टल खोलने का निर्णय नहीं ले लेते। शेरा जाट ने कहा कि सभी छात्र आंदोलन में एकजुट है और जब तक मांग पूरी नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रखेंगे।
साथ में विजित तालियान, शेरा जाट, अंकित सिलारपुर, अंकित जमालपुर, अंकित काकरान, टिंकू मीठेपुर, बंटी सिलारपुर, विक्की खजूरी, आशीष मोतला, सौरव सिंह, सागर चौधरी, आशु मोरना, भूरा छिलौरा, विशाल डागर, भूरा मवाना, अनुज जावला आदि छात्र नेता मौजूद रहे।