सावधान! आपकी जरा सी लापरवाही पहुँचा सकती है काल के गाल में, बिना हेलमेट वाहन नहीं चलाएं, आईएसआई मार्क वाला हेलमेट ही प्रयाेग करें

 बागपत के कस्बा अग्रवाल मंडी टटीरी में हादसे में दाे दाेस्ताे की माैत का मामला


फाइल फोटो             


पुलिस के अनुसार, चाराें बाइक पर सवार हाेने के दाैरान नहीं लगाए हुए थे हेलमेट, हेलमेट बचा सकता है आपकी जान


ताहिर अहमद। बागपत


वाहन दुर्घटना से होने वाली मौतों में सबसे ज्यादा मौतें हेलमेट न पहनने के कारण होती हैं। इसमें युवाओं की संख्या सबसे अधिक हैं। अगर हम एक सुरक्षित और अनुशासित समाज चाहते हैं तो बिना हेलमेट के ड्राइविंग पर रोक लगानी होगी। हर घर के युवा हेलमेट लगाकर वाहन चलाएं इसके लिए जरूरी है कि शुरुआत घर से ही हो। अभिभावक हेलमेट पहनकर वाहन चलाएंगे तो बच्चे भी हेलमेट अवश्य पहनेंगे। बागपत जिले के  कस्बा अग्रवाल मंडी टटीरी में मेरठ-बागपत नेशनल हाईवे पर बाइक और ईकाे कार की भिड़ंत में दाे दाेस्ताें की माैत और दाे के घायल हाेने के मामले में भी हेलमेट की कमी कहीं न कहीं जरूर खली। हालांकि, ईकाे कार सवार की लापरवाही ने भी हादसा कराया।  पुलिस जांच के अनुसार, प्रथम दृष्टया जांच में सामने आया है की युवक बाइक चलाते समय हेलमेट नहीं लगाए हुए थे। यदि हेलमेट लगाया हाेता ताे शायद दाेस्ताें की जान भी बच सकती थी।


फाइल फोटो 



सिर्फ चालान से बचने काे सस्ते हेलमेट लगाते हैं युवा, आईएसआई मार्क वाले हेलमेट ही वाहन चलाते समय प्रयाेग जरूरी

सरकारी अस्पतालाें और पुलिस के पास पहुँचने वाले अधिकतर मामलाें में सामने आता है कि खासकर युवा वर्ग सिर्फ चालान से बचने के लिए ही सस्ते हेलमेट का प्रयाेग करते हैं, जबकि बाल खराब हाेने के डर से कुछ युवा बाइक या फिर अन्य वाहन चलाते समय हेलमेट लगाना ही पसंद नहीं करते।  हेलमेट से हादसा हाेने पर कुछ हद तक सवार की जान बच सकती है। पुलिस के अनुसार, हमेशा ISI मार्क वाला ही हेलमेट खरीदना और पहनना चाहिए। असली ISI मार्क वाला हेलमेट 500-600 रुपये में बन ही नहीं सकता, लेकिन लोकल मार्किट में ISI मार्क वाला सब स्टैण्डर्ड हेलमेट मिल रहा है, यह हेलमेट आपको चालान से तो बचा सकता है पर दुर्घटना होने पर आपकी जान नहीं बचा सकता, नकली हेलमेट बेचना, नकली दवाई बेचने के समान है। इसलिए हमेशा ओरिजिनल हेलमेट ही खरीदें और पहनें।


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पुलिस के लाख प्रयास के बावजूद एक बाइक पर 4 लाेग करते हैं यात्रा, 5 से 6 भी बैठाने से गुरेज नहीं


बागपत पुलिस समय-समय पर लाेगाें काे ट्रैफिक नियमाें के प्रति जागरूक करती रहती है। इसके लिए ट्रैफिक नियमाें का उल्लंघन करने वालाें के चालान से लेकर सीज ओर वाहनाें काे इंपाउंड करने की कार्रवाई भी की जाती है। मगर इसके बावजूद बागपत के अलावा अग्रवाल मंडी टटीरी, अमीरनगर सराय, बालैनी, बड़ाैत, खेकड़ा, दाहा, दाेघट, छपराैली क्षेत्र में जान जाेखिमपुर में डालकर बिना हेलमेट चार से लेकर 5 युवा बाइक पर सफर करते नजर आते हैं। हर कसबे, गली, माेहल्लाें में इस तरह के दृश्य आपकाे आए दिन देखने काे मिल सकते हैं। मगर जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। लाेगाें का भी कर्तव्य है कि वाहन चलाते समय वह हेलमेट का प्रयाेग ताे करें ही साथ ही, ट्रैफिक के अन्य नियमाें का भी बखूबी पालन करें।



सबसे अधिक हादसे वाले स्थानाें काे ब्लैक स्पाॅट किया जाए घाेषित, बाेर्ड लगाए जाएं

जिले में कई ऐसे स्थान हैं, जहां पर आए दिन हादसाें में लाेग काल के गाल में समाते हैं। जिनमें गाैरीपुर माेड के अलावा अग्रवाल मंडी टटीरी में चाैहल्दा गांव काे जाने वाली नहर पुलिया, बड़ाैत, छपराैली और खेकड़ा क्षेत्र में भी ऐसे कई स्थान हैं। ऐसे स्थानाें काे विभागीय अधिकारियाें काे ब्लैक स्पाॅट घाेषित कर वहां पर बाेर्ड आदि लगाने चाहिए, जिससे वाहन चालक इस तरह के हादसाें से बच सके। लाेगाें की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह भी वाहन चलाते समय ट्रैफिक िनयमाें का पालन जरूर करें। परिवार के सदस्य ही वाहन चलाने से पहले परिवार के सदस्य काे ट्रैफिक नियमाें का पालन करने की सीख दें।

यह बाेले.. लाेग


सब्सडाईज रेट पर मिलें हेलमेट

अग्रवाल मंडी टटीरी के सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश रुहेला, विजय सिंह मानव का कहना है कि सरकार को सब्सडाईज कीमतों पर हेलमेट देने चाहिए। उच्च वर्ग तो महंगा हेलमेट खरीद सकता है, लेकिन गरीब व निम्न तबके के लोग भी हेलमेट खरीदें इसलिए इन पर छूट देनी चाहिए।


रेग्युलर चेकिंग जरूरी

भाकियू नेता हिम्मत सिंह, अमित कुमार का कहना है कि हेलमेट के लिए पुलिस को रेग्युलर चेकिंग करनी चाहिए। पुलिस थोड़ी सख्ती बरतेगी तो लोगों में डर आएगा और वो हेलमेट पहनेंगे।

बिना हेलमेट चालू न हों वाहन

समाजसेवी टीनू गुर्जर, लैब संचालक शाहरुख खान, राहुल कुमार, सचिन कुमार का कहना है कि हम चाहते हैं कि हर युवा हेलमेट पहनकर ही वाहन चलाए । अगर कोई वाहन चालक हेलमेट के बिना वाहन चलाना चाहते है तो वाहनों में ऐसे डिवाइस या सेंसर लगे आने चाहिए कि बिना हेलमेट के वाहन चालू ही न हो। दो पहिया वाहन हेलमेट लगाने पर ही चालू हों, चार पहिया वाहन सीट बेल्ट लगाने के बाद ही चालू हो ऐसा सिस्टम वाहनों में आना चाहिए। 

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