मेरठ। संवाददाता
दिल्ली रोड स्थित शाही ईदगाह परिसर में हज ट्रेनिंग शिविर का शनिवार को अंतिम दिन था। हज यात्रियों को प्रशिक्षण देते हुए मौलाना क़ारी शफीकुर्रहमान कासमी ने कहा कि इस्लामी एतबार से साहिब-ए-हैसियत मुसलमान पर जिंदगी में एक बार हज करना फर्ज (अनिवार्य) है।
शनिवार देर रात तक प्रोजेक्टर के जरिए ट्रेनिंग देते हुए कारी शफीकुर्रहमान कासमी ने हज के अरकान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। हर रुकुन (भाग) को फोटो और वीडियो के माध्यम से सिखाया। कहा कि हज सीखे बगैर हरगिज ना जाएं। उसका तरीका ज़रूर सीखें वरना पुण्य कमाने के बजाय गुनाह अपने सर पर लाद कर वापस आओगे। हाजी की जगह पिकनिक पर जाने वाले यात्री कहलाओगे।
उन्होंने कहा कि हज सफर पर रवाना होते समय अपने कागजात को पूरे रखकर सफर पर निकलें। उन्होंने दिल्ली एयरपोर्ट की रवानगी से लेकर हज करके वापसी तक पूरा हज सिखाया। बड़ी संख्या में हज सफर पर जाने वाले हज यात्रियों ने शाही ईदगाह में लगे शिविर में प्रशिक्षण लिया इस दौरान ईदगाह कमेटी से सलमान सब्जवारी, हाजी नौशाद, हाजी असलम, हाजी सरफराज, कारी अफ्फान कासमी रहे।