मेरठ। संवाददाता
क्रांति तीर्थ अमृत महोत्सव आयोजन समिति मेरठ प्रांत की ओर से रविवार को बिलेश्वर नाथ मंदिर परिसर में अपनी माटी और अपने बलिदानियों को जानो विषय पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ। इसके बाद बिलेश्वर नाथ मंदिर से शहीद स्मारक क्रांति स्तंभ तक क्रांति मार्च निकाला। शहीद स्मारक परिसर में अमर बलिदानियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। कार्यक्रम में विभिन्न गांवों से आए बलिदानी क्रांतिकारियों के पांच वंशजों को भी सम्मानित किया गया। कहा कि आजादी के इस अमृत महोत्सव में क्रांतिकारियों की बलिदानी गौरव गाथा को जन-जन तक पहुंचाना होगा।
संगोष्ठी कार्यक्रम का शुभारंभ क्रांति तीर्थ अमृत महोत्सव आयोजन समिति के मीडिया प्रभारी एवं मुख्य वक्ता इतिहासकार प्रोफेसर नवीन गुप्ता के उद्बोधन से हुआ। उन्होंने कहा कि मेरठ प्रांत 1857 की महाक्रांति से स्वतंत्रता प्राप्ति तक जंग ए आजादी में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा। क्रांतिकारियों और बलिदानियों का एकमात्र धर्म, राष्ट्रधर्म था और लक्ष्य भारत को विदेशी दासता से मुक्त कराना था। इसलिए क्रांतिकारियों को जाति समुदाय की दीवारों में कैद नहीं किया जा सकता। कहा कि बिल्वेश्वर नाथ मंदिर प्राचीन रामायण काल से लेकर स्वतंत्रता प्राप्ति तक यहां हुए आंदोलनों का साक्षी है। क्योंकि क्रांति से पूर्व क्रांतिकारियों की आस्था और उपासना का स्थल रहा।
कहा कि जब 1857 की क्रांति से पूर्व मेरठ में साधु-संन्यासियों का आवागमन शुरू हुआ और यह साधु सन्यासी ब्रिटिश हुकूमत के लिए जब सर दर्द बने तो सूरजकुंड सहित उन स्थानों से इन सन्यासियों के डेरे हटवा दिए थे। कहा कि जब क्रांति का प्रस्फुटन मेरठ में हुआ तो सदर कोतवाली से चलें क्रांतिकारियों और जनसैलाब ने सबसे पहला निशाना विक्टोरिया पार्क में स्थित जेल को बनाया था। उन्होंने क्रांति गांवों लिसाड़ी, पिलखुआ, दुहरी नाहल ममयी, दुकला, सीकरी, बझेड़ा, सैदपुर चुड़ियाला, धौलाना, दोहरी, सिखेड़ा, पांचली, कुम्हेडा, मुबारिकपुर, अमरसिंह पुर, भामौरी, पांचली, ढिकोली, बिजरौल, बसोद, गगोल, स्याल अब्दुल्लापुर, भावनपुर और मानपुर मवाना स्वतंत्रता आंदोलन में सहभागी रहे।
क्रांतिकारियों के वंशजों को किया सम्मानित : कार्यक्रम में विभिन्न गांवों से आए बलिदानी क्रांतिकारियों के पांच वंशजों को संयोजक अश्वनी त्यागी, बृजभूषण गर्ग, प्रमुख समाज सेवी वरूण अग्रवाल, प्रोफेसर विवेक त्यागी, प्रोफेसर हरेंद्र सिंह, डॉ. दिशा दिनेश, अशोक कुमार, कृष्णपाल सिंह, तस्वीर सिंह चपराना ने सम्मानित किया। जिन्हें सम्मानित किया गया, इनमें ग्राम बनी के प्रमोद सोम, राजपाल सोम, मुबारिकपुर के बलिदानी चंद्रभान गुप्ता के पौत्र आकर्ष गुप्ता तथा अमरसिंहपुर के कमल सिंह के पुत्र उदयवीर सिंह को सम्मानित किया गया। इन सभी ने अपने पूर्वजों की भागीदारी के संस्मरण सुनाए।
शहीद स्मारक पर शहीदों को किया नमन, श्रद्धांजलि दी : संगोष्ठी के उपरांत क्रांति मार्च बिल्वेश्वरनाथ मंदिर परिसर से क्रांति स्तम्भ शहीद स्मारक पहुंची। जहां सभी ने बलिदानियों को पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की अध्यक्षता भामौरी के क्रांतिकारी रामस्वरूप शर्मा के पौत्र शिवओम शर्मा ने की। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पूर्व ब्लाक प्रमुख वीर सिंह, डॉ सुशील भाटी, कपिल धवन, पूजेश लौहरे, डॉ. देवेश टंडन, डॉ मीनाक्षी शास्त्री, डॉ दिशा दिनेश आदि का सहयोग रहा। वरूण अग्रवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।
अगस्त तक चलेगी कार्यक्रमों की श्रृंखला : संयोजक अश्वनी त्यागी ने अगस्त 2023 तक चलने वाली इस श्रृंखला में जनपद वार आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा बताई। कहा कि मेरठ की सरजमीं के बगावती तेवरों ने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के उद्घोष के साथ असहयोग, सविनय अवज्ञा और भारत छोड़ो आन्दोलनों, नौ अगस्त 1925 को ऐतिहासिक घटनाक्रम काकोरी ट्रेन से सरकारी खजाने को लूटना, जिसमें मेरठ के क्रांतिकारी विष्णु शरण दुबलिश की प्रमुख भूमिका रही। रामानुज वैश्य अनाथालय क्रांतिकारियों की गतिविधियों का केंद्र था।