मेरठ : महात्मा गांधी ने भारत को आत्मनिर्भर होने का रास्ता भी दिखायाः मौलाना मशहूदुर्रहमान

 


मेरठ। संवाददाता

मदरसा इमदादुल इस्लाम के परिसर में  गांधी जयंती के शुभ अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें गांधी जी के आदर्श एवं उसूलों को याद किया गया। इस अवसर पर मदरसे के छात्रों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की कुर्बानियों को याद किया और उन्हें खिराजे तहसीन पेश किया। 

मदरसे के छात्रों ने देश की शान में तराना भी गुनगुनाया। इस अवसर पर मदरसे के प्रधानाचार्य मौलाना मशहूदुर्रहमान शाहीन जमाली चतुर्वेदी ने महात्मा गांधी जी के आदर्श एवं उसूलों को बताते हुए छात्रों से कहा हमें गांधी जी के आदर्श को जीवन में उतारने का प्रण लेना चाहिए। महात्मा गांधी जी चाहते थे समाज में धर्म व जाती के आधार पर किसी के साथ भेदभाव ना किया जाए। और सबके  साथ समान व्यवहार हो और महिलाओं का सम्मान हो और सब को न्याय मिले। मौलाना चतुर्वेदी ने कहा स्वच्छता के लिए श्रमदान हमारी जिम्मेदारी है। इसलिए हमारे आसपास जहां हम रहते हैं वहां साफ सफाई का पूरा ख्याल रखना चाहिए। गांधी जी ने अंग्रेजों से आज़ादी का जब बिगुल बजाया तो उसमें मौलाना अबुल कलाम आजाद और मौलाना हुसैन अहमद मदनी उनके साथ क़दम से क़दम मिलाकर साथ रहे और देश को अंग्रेजों की गु़लामी से आज़ाद कराया।

इस अवसर पर मौलाना अमीनुद्दीन कासमी ने कहा महात्मा गांधी जी के बताए हुए मोहब्बत के पैगाम पर हम सबको चलना चाहिए और महात्मा गांधी जी को महात्मा का लक़ब हमारे उलेमा ने दिया था। इस अवसर पर मौलाना अब्दुल समद  मज़ाहिरि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर मौलाना अब्दुल जब्बार, मौलाना जावेद शम्स कासमी, मौलाना रियासत अली कासमी, मौलाना शाहिद जमाली, मौलाना शाहनवाज जमाली, मौलाना तय्यब कासमी, मास्टर शेख मुकर्रम, इम्तियाज़ जमाली मौजूद रहे।

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