मेरठ : बढ़ता पर्यावरण प्रदूषण चिंता का विषय, महिलाओं को आगे आना होगा : डॉ. अनिल जोशी

 


मेरठ । संवाददाता

पर्यावरणविद एवं पदमश्री, पद्म भूषण डॉक्टर अनिल प्रकाश जोशी ने पर्यावरण प्रदूषण को लेकर चिंता जताई। इस्माईल नेशनल महिला पीजी कॉलेज, मेरठ में प्राचार्य प्रोफेसर अनीता राठी की अयक्षता में महाविद्यालय रेंजर्स समिति, इको क्लब एवं जागरूक नागरिक एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में "पर्यावरण संरक्षण, महिला शक्ति एवं सतत् विकास' विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य एवं संरक्षिका प्रोफेसर अनीता राठी, मुख्य वक्ता पर्यावरणविद् पद्म भूषण अलंकृत डॉ. अनिल प्रकाश जोशी, मुख्य अतिथि अरुण कुमार गुप्ता, विशिष्ठ अतिथि मनीष प्रताप अतिथि वक्ता प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता, सह-संयोजक गिरीश शुक्ला, (जागरूक नागरिक एसोसिएशन एनजीओ) द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण द्वारा हुआ। गिरीश शुक्ला ने अपने स्वागत व्याख्यान द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत किया गया। साथ ही महाविद्यालय प्राचार्य एवं प्रवक्ताओं द्वारा सम्मानित अतिथिगण को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया।



दूसरी ओर, बागपत रोड स्थित उद्यमी सुरेंद्र प्रताप भवन में उनका उद्यमी शीला देवी, अश्वनी प्रताप, मनीष प्रताप, मेघना प्रताप, रितु प्रताप, करन प्रताप, अर्जुन प्रताप, कुंवर प्रताप ने शॉल ओढ़ाकर स्वागत-अभिनंदन किया। इस दौरान पवनेश गौड़, शांति गौड़, साक्षी थापा भी रही।




इस्माईल डिग्री कालेज में राष्ट्रीय सेमिनार के उ‌द्घाटन सत्र का संचालन कार्यक्रम संयोजिका डॉ. स्वर्णा द्वारा किया गया। प्रारंभिक सत्र में मुख्य वक्ता, पर्यावरणविद् पद्म भूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने अपने भाषण में पर्यावरण संरक्षण एवं सतत् विकास विषय पर प्रकाश डाला। साथ ही पर्यावरण संरक्षण एवं सतत् विकास में महिलाओं की भूमिका एवं सक्रियता के विषय में बताया। उन्होंने बताया कि आज की महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रसर है। लघु कुटीर उद्योगों में महिलाओं की अहम भूमिका है, जिसमें महिलाएँ अपनी कला का प्रदर्शन करने के साथ सतत् विकास एवं पर्यावरण संरक्षण जागरूकता में भी अपना योगदान दे रही है। उन्होंने सभी शोधार्थी एवं छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण हेतु स्वयं से शुरुआत कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करने के लिए प्रेरित किया।




अतिथि वक्ता प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता विभागाध्यक्षा जंतु विज्ञान, चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी ने अपने वक्तव्य में पर्यावरणविद महिलाओं एवं उनके द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं सतत् विकास हेतु किये गये अथक प्रयासों का उदाहरण देते हुए सभी को जागरूक किया। उन्होंने प्लास्टिक निराकरण एवं जल संरक्षण जैसे विषयों पर भी अपने विचार प्रकट किए। 




तत्पश्चात प्राचार्य प्रोफेसर अनीता राठी ने अध्यक्षीय भाषण देकर सभी का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम के तकनीकी सत्र (टेक्निकल सेशन) में प्रोफेसर दीपा त्यागी एवं प्रोफेसर रीना गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई। जिसमें शिक्षकों एवं शोधार्थियों द्वारा शोध पत्र ऑफलाइन माध्यम से प्रस्तुत किए गए। तकनीकी सत्र का संचालन कार्यक्रम समन्वयक, डॉ. सारिका शर्मा द्वारा किया गया।




कार्यक्रम के समापन समारोह की वक्ता प्रोफेसर दीप्ति कौशिक, आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर ने सभी शिक्षकों एवं शोधार्थी द्वारा प्रस्तुत शोध पत्र की सराहना की। समापन समारोह का संचालन कार्यक्रम आयोजन सचिव महिमा ठाकुर द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत मे महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर अनीता राठी ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर महाविद्यालय ने हेस्को के साथ एमओयू भी साइन किया।



कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन डॉ.  स्वर्णा प्रभारी रेंजर समिति, महिमा ठाकुर प्रभारी, इको क्लब एवं डॉ. सारिका शर्मा, सदस्य, रेंजर समिति द्वारा किया गया। इस सेमिनार की आयोजन समिति में प्रोफेसर रीना गुप्ता, डॉ. ममता, डॉ. विनेता, डॉ. एकता चौधरी, निखत उमेरा, डॉ. मोनिका, डॉ.  दिशा दिनेश, डॉ. मनी महाजन,  निशा गुप्ता, पवनेश गौड, मेजर सुनील शर्मा, बूंद फाउंडेशन के निदेशक रवि कुमार रहे। कार्यक्रम के बाद वह बागपत रोड स्थित उद्यमी सुरेंद्र प्रताप भवन पहुंचे। यहां पर उद्यमी मनीष प्रताप एवं रितु प्रताप ने परिवार के साथ पर्यावरणविद् डॉ. अनिल प्रकाश जोशी का स्वागत और अभिनंदन किया। इस पर उन्होंने पर्यावरण में महिलाओं के योगदान पर चर्चा भी की और कहा कि महिलाएं आगे आकर पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभाएं।

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