मेरठ : लोकदल राष्ट्रीय महासचिव विजेंद्र सिंह का ऐतिसाहिक रहा रोड शो, बोले किसानों के हकों के लेकर करते रहेंगे संघर्ष

 



खास बातें

लोकदल के महासचिव विजेंद्र सिंह के पहले कदम से राजनीतिक हल्को में खलबली
किसानों और जनता के हुजूम को देख, सभी राजनीतिक दलों में खूब चर्चा है


मेरठ। संवाददाता

लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव चौधरी विजेंद्र सिंह कार्यभार ग्रहण करने के बाद पहली बार मेरठ आए। उनका रोड शो ऐतिहासिक रहा। सर्किट हाउस में लोक दल के राष्ट्रीय महासचिव चौधरी विजेंद्र सिंह ने किसानो और युवाओं के गंभीर मुद्दों को उठाते हुए कहा देश का किसान बेहाल है। कहा तो यह जाता है कि वह गन्ने की नकदी फसल पैदा करता है लेकिन यह कैसी विडंबना है अब वह अपनी फसल बेचता है तो उसे एक पर्ची पकड़ा दी जाती है और फिर उसे पर्ची का भुगतान महीना बाद और कभी-कभी तो सालों बाद होता है

उन्होंने कहा कि सब्सिडी के नाम पर उसका बेवकूफ बनाया जाता है। जब वह यूरिया खाद लेने जाता है तो कहा जाता है ऊपर से आर्डर है। दवाई की बोरी भी लीजिए, इसी तरीके से उसके जानवरों की बीमारी का इलाज के लिए ना तो वेटरनरी डॉक्टर मौजूद है ना ही गंभीर बीमारियों के इलाज सरकारी अस्पतालों में हो पा रहे हैं। वहां डॉक्टर मिलता नहीं है और कई बार ऐसी हालत होती है कि किसान अपने जानवर को अस्पताल नहीं ले जा पाता तो कोई भी डॉक्टर उसके जानवर को देखना उसके घर या खेत पर नहीं आता ।




चौधरी विजेंद्र सिंह ने कि बात जानवरों की ही नहीं है सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में जहां इंसानी का इलाज होना चाहिए, वहां ना तो दवाई मिलती हैं ना ही डॉक्टर गांव में मौजूद रहते हैं। बहुत ही खेदजनक हालत है। डॉक्टर को कोई भी गांव में नहीं रोक पा रहा है, जहां पर उनकी नियुक्ति है। हालत यह है अभी तक किसानों की फसल का नवीनीकरण नहीं हुआ है वही पुराना रेट दिया जा रहा है। इसी तरह से किसानों को उनके गन्ने की मनपसंद पैदावार बी 95 और 11015 का बीज नहीं लगाने दिया जाता जबकि दूसरे राज्यों में इस बीज की पैदावार की इजाजत है। गांव का गरीब किसान 70 सालों से गरीबों की मार झेल रहा है और आज तक उसके संग न्याय नहीं हुआ है। जरूरत इस बात की है जिस किसान ने कोविड जैसे गंभीर हालत में देश को अनाज दिया। आज वह खुद को ठगा महसूस करता है। हाथ तो तब हो जाती है। आज देश के अंदर किसान भी अल्पसंख्यक हो गया है, क्योंकि उसके पास साधन नहीं है जिसके पास साधन नहीं है, वही अल्पसंख्यक है। अल्पसंख्यक कोई विशेष समुदाय नहीं है। जरूरत इस बात की है समाज में अमीरी और गरीबी के बीच की खाई को खत्म किया जाए और समाज के आखिरी छोर पर बैठे गांव के आखिरी व्यक्ति का विकास हो। किसानों के संग होते अन्याय के लिए जो लोग भी जिम्मेदार है। उनके लिए एक मॉनिटरिंग कमेटी हो जो भ्रष्टाचार को खत्म कर सके। जवाब देही तय होनी चाहिए। केवल खानापूर्ति से बात नहीं बनेगी। चौधरी चरण सिंह हमेशा से किसान की पैरवी करते रहे। हमें अब किसानों के हक को उन्हें दिलाना है।

ऐतिहासिक स्वागत के साथ लोकदल के महासचिव चौधरी विजेंद्र सिंह ने राजनीतिक गलियारों में दर्ज कराई। अपनी उपस्थिति लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव विजेंद्र सिंह ने आज मेरठ में गाजियाबाद से शुरू हुए उनके रोड शो के साथ अपनी लोकप्रियता और प्रभाव का परिचय दिया। रोड शो के कारण मेरठ से देहरादून जाने वाले हाईवे पर 10 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था। ट्रैक्टरों और अपने-अपने वाहनों से पहुंचे लोग अपने नेता की झलक के लिए हाईवे के दोनों तरफ हाथों में फूलों के साथ खड़े बहनों-भाइयों और माताओं ने सभी ने दिल खोलकर उन्हें आशीर्वाद दिया। उनका स्वागत किया। समर्थकों का स्वागत देखकर भाव विभोर हुए चौधरी विजेंद्र सिंह ने कहा जनता के ऐसे उत्साह और जोश को मैं सलाम करता हूं और मैं किसानों की आवाज को गरीब दलित और पिछड़ी की समस्याओं का समाधान करने के लिए कोई कोर कसर उठा नहीं रखूंगा।


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चौधरी विजेंद्र सिंह ने कहा कि सभी राजनीतिक दल अपने अपने तरीके से जनता में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे। अभी तक कद के हिसाब से छोटी समझी जाने वाली लोकदल दल ने कुछ दिनों पूर्व ऐसा कदम उठाया, जिसका महत्व आज उसे खुद समझ आया होगा। लगभग 10 दिनों पूर्व लोकदल ने जाटों में अपना दबदबा रखने वाले और देश के कई न्यूज चैनलो के मालिक रहे चौधरी विजेंद्र सिंह को राष्ट्रीय महासचिव के रूप में नियुक्ति दी। सत्ता और विपक्ष दोनों जाटों पिछड़ो और दलितो को लुभाने का काम कर रहे। जहां सत्ता पक्ष पश्चिम यूपी से अपना प्रदेश अध्यक्ष लेकर आया। वहीं विपक्ष जाटों को साधने के लिए पश्चिम यूपी में अपनी थोडी पहचान रखने वाली एक पार्टी से अपना गठबंधन किया। लेकिन लोकदल को पता ही नहीं था कि जो कदम उसने उठाया है उससे सभी राजनीतिक दलो चाहे वो सत्ता पक्ष को या विपक्ष सभी की नींद उड़ जायेगी।


आज जब चौधरी विजेंदर सिंह अपने पश्चिम यूपी के पहले दौरे पर निकले तो खुद लोकदल हैरान हो गयी कि देश के राजनीतिक इतिहास में किसी का स्वागत कभी 500 कारो, 1000 से ऊपर ट्रैक्टर लिए किसानो और 50000 से ज्यादा की भीड़ के साथ कभी नहीं हुआ। मेरठ के पहले दौरे से चौधरी विजेंद्र सिंह ने यह चेता दिया कि 2024 में लोकदल चुनावी समर में अपनी जोरदार चुनौती पेश करेगा जिसकी झलक आज उन्होंने मेरठ के अपने रोड शो में दिखा दी। जगह जगह गाड़ियों, ट्रेक्टरों और लोगों का हुजुम, मानो अपने नए महासचिव की एक झलक पाने के लिए हजारो की संख्या में उमड़ पड़ा हो। जब खुद चौधरी जी से इस विषय में पूछा गया कि क्या उनको इस तरह की भीड और स्वागत की उम्मीद थी, ता उन्होने कहा से उनके प्रति जनता का प्रेम है, जो घटो इतजार कर लोग उनसे मिलने को और अपनी बातों को कहने के लिए लालायित है। 2024 में हम जनता की कसौटी पर खरे उतने के लिए जी जान लगा देंगे और आम लोगो को टिकट देकर सदन में पहुंचाने का काम करेंगे। कहा कि भीड़ का आलम तो बता रहा है कि 2024 में लोकदल अपनी कड़ी उपस्थिति दर्ज कराने वाला है। सब कुछ ऐसी ही रहा तो एक दिन चौधरी चरण सिंह की पार्टी एक बार फिर कमाल दिखाने के लिए तैयार है।

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