यूपी के तेज़तर्रार आइजी नवनीत सिकेरा कोरोना पोज़िटिव

यूपी के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी आईजी नवनीत सिकेरा कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश पुलिस ने अधिकारिक तौर पर उनके संक्रमित होने की पुष्टि अभी तक नहीं की है। आईजी नवनीत सिकेरा लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय में पदस्थ हैं।



बता दें कि हाल ही में हरदोई में पदस्थ पुलिस उपाधीक्षक नागेश कुमार मिश्र की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई थी।
शनिवार को आइजी पीएचक्यू नवीन सिकेरा की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटव आई है जिसके बाद उन्हें आनंदी वाटर पार्क के कोविड सेंटर में भर्ती किया गया। 1996 बैच के आईपीएस नवनीत इस समय पुलिस मुख्यालय में आईजी के पद पर तैनात हैं। नवनीत सिकेरा को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर भी पहचाना जाता है। वह लखनऊ में कुख्यात अपराधी रमेश कालिया के एनकाउंटर से चर्चा में आए थे।



आईपीएस नवनीत सिकेरा ने ही एक समय में जब मुज़फ़्फ़रनगर क्राइम की दुनिया बन चुका तथा तो नवनीत सिकेरा ने ही मुज़फ़्फ़रनगर को क्राइम से आज़ादी दिलाई थी । जिसको लेकर नवनीत सिकेरा की बायोपिक भोकाल (Movie) भी इनके जीवन से प्रेरित होकर बनाई गयी है । जिसमें इनके मुज़फ़्फ़रनगर के कार्यकाल को दर्शाया गया है । तथा इस फ़िल्म (Movie) में इन्होंने खूब एनकाउंटर किए है जिसके कारण इनको एनकाउंटर ईस्पेसलिस्ट भी कहा जाता है ।
आईपीएस नवनीत सिकेरा अपनी साफ़ छवि व गरीब लोगों की मदद के कारण युवाओं के दिलो पर राज करते है व युवा इनको अपना रोल model मानते है व इनके जेसा अधिकारी बनना चाहते है । आज के समय में आईपीएस नवनीत सिकेरा के सोशल मीडिया पर लाखों करोड़ों फोलोवर है ।



राजधानी लखनऊ स्थित आनंदी वाटर पार्क को कोविड केयर सेंटर में तब्दील कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद के निर्देश पर आनंदी वाटर पार्क को L1 लेवल का कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। जानकारी के अनुसार L1 हॉस्पिटल के तौर पर आनंदी वाटर पार्क काम करेगा। यहां सिंगल बेड 1600 और डबल बेड ₹2000 पर उपलब्ध रहेगा। यहां बिना लक्षण वाले कोविड पॉजिटिव मरीजों को रखा जाएगा। इस दौरान आनंदी वाटर पार्क में संक्रमित मरीजों को खुद इलाज खर्च देना होगा।
बता दें की आईजी नवनीत सिकेरा का मेरठ से बहुत लगाव है तथा उनके शुभचिंतकों को उनके कोरोना पाजिटिव होने की जब जानकारी मिली तो वह स्तब्ध हो गये तथा उनके जल्द स्वस्थ होने की भगवान से कामना की।

—— आईपीएस नवनीत सिकेरा के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी 


नवनीत सिकेरा 1996 में भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हुए। हैदराबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (SVPNPA) में दो साल के गहन प्रशिक्षण के बाद, उन्होंने गोरखपुर के सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) के रूप में अपनी प्रारंभिक पोस्टिंग प्राप्त की। बाद में, उन्हें दिसंबर 1998 में एएसपी मेरठ के रूप में मेरठ स्थानांतरित कर दिया गया था। 2001 में, उन्हें प्रोटोकॉल के अनुसार पुलिस अधीक्षक (एसपी) के पद पर पदोन्नत किया गया था। एसपी के रूप में उनकी पहली पोस्टिंग मुरादाबाद में एसपी, रेलवे पुलिस और फिर एसपी, टेक्निकल सर्विसेज थी। इसके बाद, उन्होंने मुजफ्फरनगर (सितंबर 2003 - नवंबर 2004), एसएसपी वाराणसी (अक्टूबर 2005 - मार्च 2006), मेरठ के एसएसपी (मार्च 2006-मार्च 2007) सहित कई जिलों में एसएसपी के रूप में कार्य किया। उन्हें 2012 में पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) के रूप में तैनात किया गया था और 2014 में 2 साल के बाद पुलिस महानिरीक्षक (आईजी रैंक) (भारतीय पुलिस में तीसरा सर्वोच्च पद) के लिए पदोन्नत किया गया था। वर्तमान में, वह महिला पावर लाइन, उत्तर प्रदेश के महानिरीक्षक (आईजी पर तैनात है ।
सिकेरा ने महिलाओं व बालिकाओं के सशक्तीकरण के लिये कार्य किया । सिकेरा ही वह व्यक्ति थे, जिन्होंने 'वुमन पावर लाइन 1090' की अवधारणा को विकसित और व्यवस्थित करने किया था, जिसे 2012 में उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार ने शुरू किया था ।
 एनकाउंटर स्पेशलिस्ट जाबांज पुलिस अधिकारी नवनीत सिकेरा आधारित एक वेब सीरीज 'भौकाल' बनाई गई । नवनीत की भूमिका टीवी अभिनेता मोहित रैना ने निभाई है। इस वेब श्रृंखला में, सिकेरा द्वारा अपराध के विरुद्ध किये गए कर्यो के साथ पुलिस की बदलती छवि को दिखाने का प्रयास किया गया है। यह श्रृंखला उनके कार्यकाल पर आधारित है जब वे मुजफ्फरनगर, यूपी में एसएसपी के रूप में तैनात थे। उस समय वहां के लोगों में स्थानीय गिरोह का भय था। जबरन वसूली, अपहरण और हत्या आम थी। सिकेरा की तैनाती के बाद, स्थानीय गिरोह को समाप्त कर दिया गया और मुजफ्फरनगर, जिसे अपराध जिले के रूप में पहचाना जाता था, एक शांत जिले में बदल गया।


Post a Comment

if u have any doubts pls let me now

أحدث أقدم